- भाई की संपत्ति हड़पने व अपमान का बदला लेने को कराई हत्या
जनवाणी सवाददाता |
कांधला: भाई को राखी बांधकर रक्षा का वचन लेने वाली एक बहन ने रक्षा सूत्र का कत्ल करवा दिया। भाई की संपत्ति हड़पने और अपमान का बदला लेने को सगी बहन ने पांच लाख रुपये की सुपारी देकर अपने सगे भाई की हत्या करवा दी। पुलिस ने षडयंत्र रचने वाली बहन के साथ हत्या को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दो आरोपी अभी फरार हैं।
कांधला थाना क्षेत्र के गांव इस्सोपुर टील में एक सप्ताह पूर्व गांव कुराड थाना सिनौली जनपद पानीपत निवासी सुमित उर्फ तुषार उर्फ गोलू का र्इंट से पीट-पीटकर हत्या के बाद क्षतविक्षत शव मिला था। इस मामले में मृतक के जीजा कुलदीप ने शव की शिनाख्त करते हुए उसके दोस्तों पर शक जताते हुए तहरीर दी थी। जीजा कुलदीप की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
हत्याकांड में पुलिस ने सर्विलांस का सहारा लेकर जांच पड़ताल की तो मामले की परते खुलने लगी। इस मामले में मृतक के दोस्तों का कोई रोल सामने नहीं आया। लेकिन पुलिस के हाथ महत्वपूर्ण साक्ष्य लगे। जिसके बाद पुलिस ने मृतक सुमित की सगी बहन रीतू को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
सख्ती से पूछताछ में रीतू टूट गई और उसे पूरा मामला पुलिस को बताया। रीतू ने बताया कि उसका भाई उसके और उसके बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करता था। जिसे लेकर वह खुद को अपमानित महसूस करती थी। जिससे परेशान होकर उसने अपने भाई की हत्या करने का मन बनाया था और पांच लाख की सुपारी देकर भाई की हत्या करवा दी।
मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने रीतू और हत्याकांड में शामिल रोहित व प्रवेश उर्फ कोली को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि आकाश व परिषद अभी पुलिस पकड़ से बाहर है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पुलिस ने हत्या के दौरान प्रयोग किए गए मोबाइल व बाइक को बरामद किया है। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।
पांच लाख की सुपारी देकर ऐसे कराई भाई की हत्या
कांधला पुलिस की सख्त पूछताछ में रीतू ने बताया कि उसने बागपत जनपद के थाना छपरौली के गांव हलालपुर निवासी रोहित से अपनी भाई की हत्या का सौदा पांच लाख रुपए में कर लिया। सौदे के अनुसार रोहित को हत्या के कुछ समय बाद पांच लाख रुपए देने तय हुए थे।
जिसके बाद रोहित ने हत्याकांड में अपने साथी प्रवेश उर्फ कोली पुत्र महक सिंह, आकाश पुत्र जितेंद्र, परिषद पुत्र नामालूम निवासी सरूरपुर जनपद बागपत को भी मिला लिया। उधर, हत्या की प्लानिंग के तहत रीतू ने भाई सुमित को इस्सोपुर टील के जंगल में यह कहकर भेजा कि वहां एक युवक रोहित मिलेगा उससे 10 हजार रुपये लेकर आ जाना जिसके बाद सुमित बहन के कहने पर वहां चला गया।
घटनास्थल पर रोहित उसे मिला और रोहित समेत उसके साथियों प्रवेश, आकाश व परिषद ने सुमित को दबोच लिया और सिर में लाठी डंडों से वार करते हुए उसे अधमरा कर दिया। इसके बाद र्इंटों से पीट-पीटकर चेहरा क्षत विक्षत कर दिया। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी वहां से फरार हो गए।
दिव्यांग की हत्या में एक सप्ताह बाद भी सुराग नहीं
गढ़ीपुख्ता थाना क्षेत्र के गांव हरीपुर में दिव्यांग बिजेंद्र उर्फ भिंडा पुत्र देवी सिंह की हत्या में पुलिस को एक सप्ताह बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका। बिजेंद्र दोनों पांवों से दिव्यांग था और कोल्हू पर काम करता था। शनिवार एक मई को बिजेंद्र का शव गांव से बाहर कूडा डालने वाले स्थान से बरामद हुआ था। परिजनों ने पुलिस को सूचना दी थी जिसके बाद पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर देखा तो बिजेंद्र की र्इंटों से पीट-पीटकर हत्या की गई थी। घटनास्थल से एक टूटा हुआ गमला व र्इंट बरामद हुई थी। इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम भी अभी तक नाकाम साबित हो रही है। एक सप्ताह होने को है लेकिन अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है। उधर, एसओ गढ़ीपुख्ता महावीर सिंह का कहना है कि पुलिस जांच पड़ताल में लगी है जल्द ही हत्याकांड का खुलासा किया जाएगा।