जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के नेता और जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव आज गुरूवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जुगेंद्र सिंह यादव बीते एक साल से कई केस में फरार चल रहे थे। फिलहाल गिरफ्तारी के बाद उन्हें एटा कोतवाली में लाया गया है।
हालांकि जुगेंद्र सिंह यादव की गिरफ्तारी आगरा से हुई बताई जा रही है। लेकिन, अधिकारी अभी तक इस केस में कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं। इससे पहले उनके बड़े भाई रामेश्वर सिंह को भी पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। रामेश्वर सिंह भी सपा से विधायक रहे हैं।
कहा जा रहा है कि जुगेंद्र सिंह यादव सपा के दिग्गज नेता और अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। साल 2017 और 2022 में उन्होंने एटा विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था।
जुगेंद्र सिंह यादव पर 25 हजार रुपये का इनाम स्थानीय पुलिस ने घोषित किया था। 18 अप्रैल को उन पर तथा उनके बड़े भाई पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव पर कोतवाली नगर में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। तबसे दोनों फरार चल रहे थे।
30 मई को दोनों पर कुर्की कार्रवाई के लिए न्यायालय ने नोटिस जारी किए थे, जिन्हें उनके प्रतिष्ठानों पर चस्पा किया गया। हालांकि इसके बाद भी वह हाजिर नहीं हुए। पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव को पुलिस ने 9 जून को आगरा के सिकंदरा थानांतर्गत सेक्टर 10 आवास विकास कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया। वह जेल में हैं, जबकि जुगेंद्र सिंह फरार थे, जिन्हें पुलिस ने होली के अगले दिन गिरफ्तार कर लिया।
बता दें जिला पंचायत चुनाव से पहले ही सपा के पूर्व विधायक और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई थी, जबकि प्रदेश में भाजपा की सरकार दोबारा बनने के बाद उन पर शिकंजा कस दिया गया। जमीनों पर अवैध रूप से कब्जे करने के कई मुकदमे उनके खिलाफ लिखे गए। गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में रामेश्वर सिंह को गैंग लीडर और जुगेंद्र सिंह को गिरोह का सक्रिय सदस्य दर्शाया
गया था।