Friday, March 29, 2024
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मुस्लिमों में बिखराव, सपा चिंतित, भाजपा खुश

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  • मेरठ में मेयर पद के चुनाव का आकंलन

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: प्रतिष्ठापूर्ण मेरठ मेयर पद के चुनाव का रुझान किस प्रत्याशी की तरफ रहा, ये जानने की हर किसी की उत्सुकता हैं। भाजपा की पेशानी पर बल तब तक दिख रहे थे, जब तक मुस्लिमों की वोटों का बिखराव नहीं हुआ। मुस्लिमों का इतना वोट हैं कि जिसे वो चाहते, उसकी जीत हो सकती थी, लेकिन इस बार मुस्लिम वोटा का जिस तरह से बिखराव हुआ, ऐसा पहले कभी नहीं देखा।

सपा और बसपा मुस्लिम मतों पर अपना एकाधिकार समझ रहे थे, लेकिन मुस्लिमों ने सपा-बसपा को जोर का झटका धीरे से दे दिया। जिस तरह से इस बार औवेसी की पार्टी प्रत्याशी अनस को वोट दी, उससे सपा के तमाम राजनीतिक समीकरण बिगड़ गए। मुस्लिम मतों के बिखराव ने सपा प्रत्याशी सीमा प्रधान और उनके पति अतुल प्रधान की सांसे ही फूला दी।

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जो उम्मीद की जा रही थी कि मुस्लिम का सर्वाधिक वोट समाजवादी पार्टी को मिलेगा, ये सपा को मुस्लिमों ने बड़ा झटका दिया। ऐसा भी नहीं है कि मुस्लिम मत तो सपा को नहीं मिले, वोट तो मिले, लेकिन व्यापक स्तर पर नहीं मिले। सपा के मुस्लिम मतों में बसपा तो सेंध नहीं लगा सकी, लेकिन औवेसी की पार्टी के प्रत्याशी अनस की सेंधमारी से सपा की साइकिल धड़ाम होते हुए दिख रही हैं।

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हालांकि सपा की सीमा प्रधान ने गुर्जरों का वोट शतप्रतिशत लिया। जाट, दलित वर्ग के वोट भी सपा को मिले, लेकिन जीत के लिए जिस हिसाब से मुस्लिमों का वोट मिलना चाहिए था, वो नहीं मिला। सपा को मुस्लिम वोटों के बिखराव से सबसे बड़ा झटका लगा हैं। क्योंकि सपा का चुनाव मुस्लिमों पर ही टिका हुआ था।

मुस्लिमों के मतों के बिखराव का सीधा लाभ भाजपा प्रत्याशी हरिकांत अहलूवालिया को मिला हैं। हालांकि हरिकांत से शहर की जनता नाराज थी, लेकिन पार्टी को जनता ने वोट किया। फिर मुस्लिमों के वोटों का बिखराव भाजपा के लिए मुफीद साबित होगा, ऐसा अनुमान हैं।

सपा नेताओं की नाराजगी भी अतुल को पड़ेगी भारी

दरअसल, सपा के कई बड़े नेता विधायक अतुल प्रधान का विरोध कर रहे थे। चुनाव प्रचार से भी सपा नेताओं ने किनारा किया। यही नहीं, सपा का एक ग्रुप पार्टी को ही बड़ा नुकसान करने के लिए जुटा हुआ था। पहले दिन से ही ये प्रचार किया गया कि अतुल प्रधान की पत्नी को टिकट गलत दिया हैं, यहां से किसी मुस्लिम को चुनाव मैदान में उतारा जाना चाहिए था।

पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रोड शो किया, इसके बाद नाराज पार्टी नेताओं को समझाया, लेकिन फिर भी सपा के बड़े नेताओं ने मेयर प्रत्याशी सीमा प्रधान के खिलाफ भितरघात की। शहर विधायक रफीक अंसारी प्रचार करने नहीं निकले। सिर्फ प्रचार के नाम पर खानापूर्ति करते हुए दिखाई दिये। ऐसे नेताओं ने अपनी ही पार्टी की जड़ में मठ्ठा डालने का काम किया।

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सपा नेताओं की आपसी लड़ाई मेयर के चुनाव में खुलकर दिखाई दी। पूर्व विधायक योगेश वर्मा दलितों के बड़े नेता हैं, वो भी प्रचार में नहीं दिखे। इससे पहले उनकी पत्नी सुनीता वर्मा ही मेयर थी। पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं किठौर विधायक शाहिद मंजूर ने भी सपा प्रत्याशी के प्रचार से दूरी बनाकर रखी।

महानगर में महज 45.68 फीसदी हो सका मतदान

नगर निगम महापौर पद के लिए 15 प्रत्याशियों और 90 से 87 वार्डों के लिए 522 प्रत्याशियों समेत मेरठ जनपद में 329 पदों के लिए चुनाव मैदान में उतरे 1704 उम्मीदवरों का भाग्य ईवीएम और मतपेटियों में कैद हो गया है। मतदाताओं ने किसके पक्ष में अपना फैसला दिया है,

इसका पता 13 मई की मतगणना के बाद लगेगा। इस बीच देर शाम घोषित किए गए फाइनल मतदान तक महानगर में 45.68 प्रतिशत और दो नगर पालिकाओं समेत जनपद की सभी 16 निकायों में कुल 50.01 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने अधिकार का प्रयोग किया है।

गौरतलब है कि महानगर में नगर निगम के तीन भाजपा पार्षद नामांकन प्रक्रिया के दौरान ही निर्विरोध हो गए हैं। जिसके चलते कुल 332 पदों में से गुरुवार को 329 पदों के लिए मतदान हुआ। इन निकाय पदों के लिए जनपद से 1704 उम्मीदवार मैदान में उतरे हुए हैं, इनमें नगर निगम के 537 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है।

जबकि मवाना और सरधना नगर पालिकाओं में अध्यक्ष पद पर 27, सदस्य पद पर 237, नगर पंचायत में अध्यक्ष पद पर 141 और सदस्य पद पर 763 प्रत्याशियों के लिए मतपत्र से वोटिंग होने के कारण इनको लेकर मतदाताओं द्वारा लिया गया निर्णय मतपेटियों में सील हो गया है। जनपद में बनाए गए 503 पोलिंग स्टेशन, 1480 बूथों पर शाम पांच बजे तक 16 लाख 10 हजार 871 मतदाताओं में से 45.59 प्रतिशत यानि सात लाख 34 हजार 401 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

महानगर समेत निकाय चुनाव के लिए 57 निर्वाचन अधिकारी, 89 सहायक निर्वाचन अधिकारी, 38 जोनल मजिस्ट्रेट और 154 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए। जबकि दो पे्रक्षकों समेत जिले और मंडल स्तर के अधिकारी सुबह से मतदान की समाप्ति तक पूरी स्थिति पर नजर बनाए रहे।

नगर निगम में ऐसी रही मतदान की रफ्तार

महानगर में कुल मतदाता 12 लाख 57 हजार 872 हैं। जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 663400 और महिला मतदाताओं की संख्या 59447 हैं। सुबह सात बजे से शुरू हुई मतदान की प्रक्रिया के पहले दो घंटे में सुबह नौ बजे तक एक लाख 23 हजार 271 यानी 9.8 प्रतिशत और 11 बजे तक दो लाख सात हजार 436 यानी 16.49 प्रतिशत मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग कर चुके थे।

जबकि दोपहर एक बजे तक यानी मतदान के पहले 6 घंटों में केवल 25.63 मतदाता ही वोट डाल पाए थे। जबकि एक से तीन बजे के बीच 34.87 और पांच बजे तक 41.62 प्रतिशत तक मतदान हो सका। देर रात तक घोषित किए गए फाइनल मतदान में महानगर का 45.68 प्रतिशत औसत रहा है। कुल पांच लाख 74 हजार 589 वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।

सरधना और मवाना नगर पालिका में बूथों पर आते रहे वोटर

सरधना नगर पालिका में पहले दो घंटे में 9.73 और 11 बजे तक 22.22 प्रतिशत मत डाले जा चुके थे। जबकि दोपहर एक बजे तक यानी पहले छह घंटे में मतदान का प्रतिशत 34.38 प्रतिशत, तीन बजे तक 45.23 तक मतदान हो चुका था। शाम पांच बजे तक 55.49 प्रतिशत और मतपेटियां सील किए जाने तक 61.07 प्रतिशत वोट डाले जा चुके थे।

मवाना में पहले दो घंटे में सुबह नौ बजे 12.16 प्रतिशत 11 बजे तक 25.93 और दोपहर बाद एक बजे तक 34.38 प्रतिशत, तीन बजे तक 42.18 प्रतिशत, शाम पांच बजे तक 51.4 प्रतिशत और मतदान पूर्ण होने तक 57.53 प्रतिशत वोट डाले गए थे।

नगर पंचायतों में खूब उमड़े मतदाता, हर्रा में 78 प्रतिशत का रिकार्ड मतदान

जनपद की नगर पचांयतों में सुबह से मतदाताओं में भारी उत्साह देखने को मिला। करनावल में नौ बजे तक 12 प्रतिशत और 11 बजे तक करीब 26 प्रतिशत मतदान हुआ। एक बजे तक यहां 40.89 शाम पांच बजे तक 64.18 प्रतिशत जबकि मतपेटियां सील करने तक 67.52 वोट डाले गए।

परीक्षितगढ़ में दोपहर बाद एक बजे तक 41 प्रतिशत, शाम पांच बजे तक 60.82 प्रतिशत और मतदान पूर्ण होने तक 65.34 प्रतिशत, लावड़ में 65.27 प्रतिशत, हस्तिनापुर में 61.48 प्रतिशत, सिवाल खास में 73.30 प्रतिशत, बहसूमा में 68.52 प्रतिशत, खरखौदा में 76.32 प्रतिशत, दौराला में 65.82 प्रतिशत, फलावदा में 67.25 प्रतिशत, किठौर में 74.53 प्रतिशत, शाहजहांपुर में 63.23 प्रतिशत, हर्रा में 77.94 प्रतिशत, खिवाई में 73.89 प्रतिशत मतदान हुआ है।

निकाय चुनाव में हुए मतदान की स्थिति

  • कहां कितने प्रतिशत हुआ मतदान

नगर निगम मेरठ 45.68 प्रतिशत

नगर पालिका सरधना 61.07 प्रतिशत

नगर पालिका मवाना 57.53 प्रतिशत

नगर पंचायत करनावल 67.52 प्रतिशत

नगर पंचायत परीक्षितगढ़ 65.34 प्रतिशत

नगर पंचायत लावड़ 65.27 प्रतिशत

नगर पंचायत हस्तिनापुर 61.48 प्रतिशत

नगर पंचायत सिवालखास 73.30 प्रतिशत

नगर पंचायत बहसूमा 68.52 प्रतिशत

नगर पंचायत खरखौदा 76.32 प्रतिशत

नगर पंचायत दौराला 65.82 प्रतिशत

नगर पंचायत फलावदा 67.25 प्रतिशत

नगर पंचायत किठौर 74.53 प्रतिशत

नगर पंचायत शाहजहांपुर 63.23 प्रतिशत

नगर पंचायत हर्रा 77.94 प्रतिशत

नगर पंचायत खिवाई 73.89 प्रतिशत

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