Thursday, April 25, 2024
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गंगनहर में नहीं रुक रहा रेत का अवैध खनन

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  • माफिया बेखौफ होकर कर रहे अवैध खनन, गंगनहर से बड़े पैमाने पर खनन अफसर नहीं कर रहे कार्रवाई

जनवाणी संवाददाता |

सरधना: गंगनहर के बंद होते ही जिले में रेत खनन करने वाले माफिया सक्रिय हो गए है। रेत/बालू की अवैध निकासी पर रोकथाम लगाना पुलिस प्रशासन के साथ कई विभागों के लिए चुनौती होगी। हालांकि इसके लिए विभागीय टीमों का गठन किया गया है, मगर राजनीतिक संरक्षण प्राप्त रेत खनन माफियाओं के आगे कार्रवाई बोनी साबित हो जाती है। मिट्टी और रेत के खनन पर शासन की रोक है। बावजूद इसके गंग नहर से बड़े पैमाने पर रेत का अवैध खनन होता है।

रजवाहों, नहरों, माइनरों की सफाई के लिए प्रतिवर्ष गंग नहर को हरिद्वार के मायापुर रेग्यूलेटर से एक माह के लिए बंद कर कर दिया जाता है। गंगनहर से खनन माफियाओं द्वारा रात के समय में लगातार अवैध खनन किया जा रहा है। ये खनन माफिया बिना किसी रोक-टोक और डर के रात के समय में अवैध खनन के काम को अंजाम दे रहे है। इन खनन माफियाओं को न तो पुलिस का कोई डर है और न ही प्रशासन का कोई खौफ।

गंगनहर में पानी बंद होने के बाद अवैध खनन का खेल लगातार जारी है। आरोपी बेखौफ होकर रेत का अवैध रूप से खनन कर रहे हैं। आरोपी रात को तो गंगनहर का सीना चीर ही रहे हैं। दिन में भी रेत ढोने से बाज नहीं आ रहे हैं। अधिकारी भी सब कुछ सामने होने के बाद भी आंखे मंूदे बैठे हैं। पिछले एक सप्ताह से गंगनहर का पानी बंद है। जिसका फायदा उठाकर रेत माफिया गंगनहर में बड़े स्तर पर अवैध खनन कर रहे हैं।

आरोपी रात को जेसीबी मशीन से रेत का खनन कर रहे हैं। मामला अधिकारियों की जानकारी में होने के बाद भी अवैध खनन का सिलसिला जारी है। आरोपी बेखौफ होकर गंगनहर का सीना चीर रहे हैं। सलावा से लेकर अटेरना पुल पर आरोपी जमकर रेत का अवैध खनन कर रहे हैं। रात होते ही माफिया ट्रैक्टर-ट्रॉली से रेत ढोना शुरू कर देते हैं। कुछ लोग दिन में भी खनन करने से नहीं चूक रहे हैं।

सबकुछ जानकारी में होने के बाद भी अधिकारी इस ओर से अनजान बन रहे हैं। सवाल यही है कि आखिर ये माफिया इतनी आसानी से अवैध खनन के कारोबार को अंजाम कैसे देते हैं। इन खनन माफियाओं पर पुलिस कार्रवाई करती है या फिर ऐसे ही रात के अंधेरे में खनन का काम बदस्तूर जारी रहेगा।

बेरोकटोक के चल रहा रेत खनन

रेत खनन माफिया का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। माफिया ने अब गंगनहर में ट्रैक्टर-ट्रॉलियां उतार दीं हैं। दिन-रात नहर से अवैध रूप से हजारों कुंतल रेत निकाला जा रहा है। रेत की इस खुली लूट से सिंचाई विभाग, पुलिस और प्रशासन ने आंखें मूंद रखी हैं। रजवाहों और माइनरों की सफाई के लिए गंगनहर में अक्टूबर से नवंबर तक पानी की सप्लाई बंद की गई। नहर में अब मात्र एक-डेढ़ फीट पानी है।

जिस दिन से नहर में पानी बंद हुआ, उसी दिन से रेत खनन माफिया रात-दिन अवैध रूप से रेत निकाल रहे हैं। पुलिस, प्रशासन व सिंचाई विभाग के अधिकारियों के सरकारी संपत्ति की लूट रोकने के लिए कदम न उठाने से माफिया का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। उन्होंने अब नहर में ट्रैक्टर-ट्रॉलियां उतार दी हैं। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को नहर में खड़ा कर रेत खनन किया जा रहा है। विभिन्न स्थानों पर सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से रोजाना हजारों कुंतल रेत का खनन अवैध रूप से हो रहा है। दीपावली से पूर्व गंगनहर में पानी कम कर दिया जाता है।

पिछले कई दिन से गंगनहर में पानी का स्तर कम कर दिया गया है। ऐसा गंगनहर की सफाई के लिए किया गया है। हालांकि इस दौरान गंगनहर में रेत का अवैध खनन शुरू हो गया है। माफिया ने अवैध खनन के लिए गंगनहर में जेसीबी उतार दी हैं। सरधना क्षेत्र में जब से गंगनहर में पानी बंद हुआ है, बड़े स्तर पर अवैध खनन किया जा रहा है। सलावा, अटेरना पुल, मढियाई गांव के निकट माफिया सक्रिय हैं। आरोपी रात को जेसीबी लगाकर बड़े स्तर पर अवैध खनन करते हैं। गंगनहर से रेत निकालकर किनारों पर ढेर लगा रहे हैं। जिससे बाद में उसे आराम से ठिकाने लगाया जा सके।

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