- रात का पारा पांच डिग्री पर लुढ़का, अब तक की सबसे सर्द रही रात
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ/मोदीपुरम: तेज हवा की रफ्तार ने बुधवार को निकली खिली धूप के असर को कम कर दिया। शीतलहर पड़ने के कारण लोगों को सर्दी का एहसास अत्यधिक देखने को मिल रहा है। इस बार अधिक ठंड पड़ने के कारण सर्दी का सीजन भी बेहद अच्छा देखने को मिल रहा है। गर्म वस्त्रों की खरीदारी भी जमकर हो रही है। हालांकि रात में सर्दी का एहसास शीतलहर के साथ अधिक बढ़ गया।
रात का पारा पांच डिग्री पर लुढ़क गया। जोकि अब तक की सबसे सर्द रात देखने को मिली है। अगर मौसम विभाग के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो उससे साफ जाहिर होता है कि इस बार की सर्दी कई बार के रिकॉर्ड भी तोड़ेगी। क्योकि सर्दी लगातार बढ़ रही है। सर्दी शीत लहर चलने से और अधिक बढ़ गई। हालांकि मौसम विशेषज्ञों की माने तो उनका साफ कहना है कि अभी कोहरे और पाले का असर रहेगा, जिसके कारण सर्दी का एहसास बढ़ेगा। इसलिए इस मौसम में बचाव बेहद जरूरी है।
खासकर बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को इस मौसम में अधिक सावधानी बरतनी होगी। क्योंकि अगर वह सावधानी नही बरतेंगे तो निश्चित ही बीमारी का शिकार हो जाएंगे। इसलिए सावधानी के साथ इस मौसम में अपने घरों से बाहर नहीं निकले। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि के मौसम विशेषज्ञ डा. यूपी शाही का कहना है कि अभी सर्दी और बढ़ेगी। कोहरे और पाले का भी अच्छा खासा असर मौसम में रहेगा, जिसके कारण लोगों की परेशानी सर्दी की वजह से और बढ़ने वाली हैं।
जनवरी माह में मौसम में हो रहा उतार-चढ़ाव
राजकीय मौसम वैधशाला पर बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 14.3 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 86 एवं न्यूनतम आर्द्रता 66 प्रतिशत दर्ज की गई है। हवा सुबह शांत रही, लेकिन दोपहर बाद चार किमी प्रति घंटा से लेकर छह किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आंकी गई है। मौसम में लगातार जनवरी के महीने में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है, जिसके चलते सर्दी बढ़ रही है। हालांकि कोहरे और पाले के साथ पड़ रही सर्दी जहां लोगों के लिए सिरदर्द बनी हुई है,
वही अस्थमा और दमा के रोगियों को बेहद सावधानी के साथ रहना होगा। सुबह के समय मॉनिंग वॉक बंद कर दे और सावधानी के साथ ही अपने घर से निकले। हवाओं के चलने के कारण महानगर के प्रदूषण में कमी आई है, जिसके कारण लोगों ने कुछ हद तक राहत की सांस ली है, लेकिन कोहरे के पड़ने के कारण फिर से प्रदूषण के बढ़ने की संभावना बनी हुई है। इसलिए बेहद सावधानी के साथ लोगों को जागरूक भी रहना होगा और प्रदूषण की रोकथाम करने के लिए आगे आना होगा।