जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: बोर्ड मीटिंग लाफ्टर क्लास लगवाने वाले गुलाटी का कर्मचारियों के प्रति रवैया शानदार रहता था। 98 साल की उम्र में उनके पास पद्मभूषण भी था और लक्ष्मी भी। FMCG सेक्टर के सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEO थे MDH ग्रुप के धरमपाल गुलाटी।
650 रुपये में खरीदा था तांगा
पाकिस्तान से भारत आने के बाद गुलाटी ने 650 रुपये में तांगा खरीदा था। उस वक्त उन्हें तांगा चलाने भी नहीं आता था। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें तांगा चलाने भी नहीं आता था। वह धीरे-धीरे चलाना शुरू किए। उन्होंने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से कुतुब रोड और करोल बाग से बारा हिंदू राव के लिए तांगा चलाया।
पाकिस्तान में 1923 में पैदा हुए थे गुलाटी
गुलाटी के पिता का नाम महाशय चुन्नीलाल और माता का नाम चानन देवी था। वह पाकिस्तान के सियालकोट में 27 मार्च 1923 को पैदा हुए थे। 1933 में उन्होंने 5वीं के बाद स्कूल की पढ़ाई छोड़ दी थी।
दिल्ली में खोली मसाले की दुकान
गुलाटी ने दिल्ली में ही अजमल खान रोड, करोल बाग में एक दुकान खरीदी और अपने परिवार के मसाले का बिजनेस शुरू किया और महाशियन दि हट्टी के नाम से मसाले के कारोबार में चार चांद लगा दिए।
98 साल के गुलाटी की ऐसी थी दिनचर्या
गुलाटी रोजाना सुबह 4 बजे उठकर पंजाबी बीट्स पर डंबल से कसरत करते थे, फिर फल खाते थे। इसके बाद नेहरू पार्क में सैर करने जाते थे, दिन पराठों के साथ गुजरता था, शाम होते ही दोबारा सैर पर निकलते थे और फिर रात में मलाई और रबड़ी का दौर शुरू होता था। 98 साल के महाशय फिर भी कहते थे ‘अभी तो मैं जवान हूं’।
1,500 से 2 हजार करोड़ का कारोबार
सिर्फ 1500 रुपये से शुरू किया बिजनस 2000 करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया। विज्ञापन में आने वाले धरमपाल दुनिया के सबसे अधिक उम्र के स्टार के रूप में जाने जाते थे। अवॉर्ड के बाद से सैकड़ों लोगों के गुलदस्ते और कॉल्स आने के बाद उनका कहना था- मेरी तो ‘बल्ले-बल्ले’ हो गई है।
RIP Mahasay Dharampal Gulati and Thanks for spicing up our life….😭😭😭😭 #DharampalGulati pic.twitter.com/1kRtqgLaiE
— Abhijit Seth (@mobile365tech) December 3, 2020
ऑफिस में मिलने वालों की लाइनें लगी हुई थीं। इसे देखकर उन्होंने कहा था, ‘मैं कोई और नशा नहीं करता, मुझे प्यार का नशा है।’ मुझे यह बहुत पसंद है जब बच्चे और युवा मुझसे मिलते हैं और मेरे साथ सेल्फी लेते हैं। अवॉर्ड के बारे में कहते हैं यह आप लोगों का प्यार है। मेरा कुछ नहीं।
राजकपूर के साथ महाशय गुलाटी
महाशय जी को लाइमलाइट में रहना पसंद था। पश्चिमी दिल्ली के कीर्ति इंडस्ट्रियल एरिया में में उनके एमडीएच हाउस की दीवार का एक-एक इंच उनके मुस्कान भरे चेहरे से पटा पड़ा है। टीवी विज्ञापनों में उनका आना अचानक ही हुआ जब विज्ञापन में दुल्हन के पिता की भूमिका निभाने वाले ऐक्टर मौके पर नहीं पहुंचे।
Shri Mahashay Dharmapal Gulati, owner of MDH Masala is no more. Here he was dancing at an event celebrating 100 years of MDH Masalas when he was 96 years old. Om Shanti🙏🏽pic.twitter.com/kgaCaWgDEf
— Nandita Iyer (@saffrontrail) December 3, 2020
गुलाटी याद करते हैं, ‘जब डायरेक्टर ने कहा कि मैं ही पिता की भूमिका निभा दूं तो मुझे लगा कि इससे कुछ पैसा बच जाएगा तो मैंने हामी भर दी।’ उसके बाद मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। तब से गुलाटी एमडीएच के टीवी विज्ञापनों में हमेशा दिखते रहे। इस तस्वीर में राजकपूर के साथ दिख रहे हैं गुलाटी।
सोशल मीडिया यूजर्स भी दुखी, ट्वीट कर दे रहे श्रद्धांजलि
98 साल के कारोबारी और ‘MDH’ के मालिक धर्मपाल गुलाटी का 98 साल की उम्र में निधन हो गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुलाटी का दिल्ली के अस्पताल में बीते 3 हफ्तों से इलाज चल रहा था। गुरुवार को सुबह 5.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। अपने जीवन में गुलाटी ने कई पद्म भूषण समेत कई पुरस्कार जीते हैं।
RIP Mahashay Dharampal Gulati ji #MDH
Your rise from a man in street to top and your contribution towards social works will always be remembered— Pankaj Nain IPS (@ipspankajnain) December 3, 2020
उनके जाने की खबर सोशल मीडिया यूजर्स के लिए काफी चौंकाने वाली है। क्योंकि कई बार हमने देखा कि ‘चाचा’ और उनकी उम्र को लेकर कई बार सोशल मीडिया पर मजाकिया पोस्ट शेयर किए जाते रहे हैं।
Owner of MDH, Shri Dharampal Gulati Passed away at the age of 98. RIP Sir,India won't forget you. pic.twitter.com/c8aFboDICK
— The Hitman অসমীয়া 🏹 (@TheSicari0) December 3, 2020
खास बात है कि इतनी बड़ी उम्र में भी अपने उत्पादों का खुद प्रचार करने टीवी पर आने वाले मासाला किंग का हर कोई फैन था। सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसक कम नहीं थे। गुलाटी के निधन की खबर का सोशल मीडिया पर साफ दिख रहा है. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा सोशल मीडिया के आम यूजर्स भी उनके निधन से दुखी नजर आ रहे हैं और ट्वीट के जरिए श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
2020 is so bad that even MDH wale uncle paased away. RIP 🙏 pic.twitter.com/jeD42fWJGj
— Shivam (@iamshiv144) December 3, 2020
साल 1923 को पाकिस्तान के सियालकोट में जन्में गुलाटी ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे थे। उनके पिता का मसालों का कारोबार था। खास बात है कि गुलाटी का पढ़ने में मन नहीं लगता था, जिसकी वजह से उन्होंने स्कूल की पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया था और पिता के साथ काम में लग गए थे। 1947 में विभाजन के बाद जब गुलाटी परिवार पाकिस्तान से भारत आया, तो उन्हें अमृतसर के रिफ्यूजी कैंप में रखा गया।
The "grand-dad" or "Dadaji" whose pictures most of our moms had in their kitchens and owner of the famous Masala Brand "MDH" – Dharampal Gulati passed away at 98. He will be missed! What a journey he had..so
One more time in his memory….
"MDH MDH"
Om Shanti 🙏 pic.twitter.com/ShngtWhRGh— Tehseen Poonawalla Official (@tehseenp) December 3, 2020
इस दौरान गुलाटी अपने जीजाजी के साथ दिल्ली काम की तलाश में पहुंच गए। शुरुआत में उन्होंने अपनी भतीजी के करोल बाग स्थित घर पर रहना शुरू किया। खास बात है कि इस घर में न तो बिजली थी, न पानी और न ही टॉयलेट थी। जब गुलाटी दिल्ली आ रहे थे, तो पिता ने उन्हें 1500 रुपए दिए थे। इन रुपयों से उन्होंने एक तांगा खरीदा था। हालांकि, यह काम उन्हें ज्यादा दिन रास नहीं आया और तांगा बेच दिया।