- मेडा में भ्रष्टाचार पर लगाम को समस्याएं निस्तारण के लिए पांच दिवसीय शिविर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) में एक-एक माह ही नहीं, बल्कि एक-एक वर्ष से फाइल पेडिंग पड़ी हैं। मेडा के कर्मचारी भी अपने परिचित की फाइल मेडा में नहीं करा पाते हैं। इतने मठाधीश हो गए हैं क्लर्क। इस तिलिस्म को तोड़ने के लिए प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे ने पांच दिवसीय एक शिविर मेडा आॅफिस में लगाने की तिथि फिक्स कर दी हैं। फाइलों को निपटाने के लिए 10 जुलाई को शिविर लगाया जाएगा, जो पांच दिन चलेगा।
इस शिविर में कोई भी व्यक्ति जिसका मामला प्राधिकरण में लटका हुआ हैं, उसकी शिकायत की जा सकती हैं। उसको लेकर प्राधिकरण अधिकारियों की टीम शिकायत निस्तारण के लिए तत्काल कार्रवाई करेगी। इसमें सभी अनुभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे। किसी भी अनुभाग की शिकायत इसमें दी जा सकती हैं, उसका तत्काल निस्तारण किया जाएगा। इस तरह का प्रयास किया जा रहा हैं, लेकिन ये कदम भ्रष्टाचार में गिरफ्तार हुई अनिता शर्मा के बाद ही उठाये गए हैं।
दरअसल, महिला क्लर्क अनिता शर्मा की भ्रष्टाचार में गिरफ्तारी होने के बाद मेरठ विकास प्राधिकरण की खासी किरकिरी हुई हैं। क्लर्क किस तरह से भ्रष्टाचार मेडा में कर रहे हैं? कैसे फाइल कई माह तक दबा दी जाती हैं? ये खेल क्लर्क स्तर से ही नहीं, बल्कि इसमें कुछ अधिकारी भी संलिप्त हैं, जिसके बारे में अनिता ने एंटी करप्शन की टीम को पूछताछ के दौरान बताया गया हैं।
कहा गया है कि अनिता अपने लिये ही नहीं वसूलती थी, बल्कि इसमें प्रत्येक नामांतरण की फाइल पर रिश्वत एक अधिकारी के लिए उनका क्लर्क लेता हैं। नामांतरण की जितनी भी फाइल आती हैं, उस पर बारह सौ रुपये वसूले जाते हैं। ऐसा सूत्रों का दावा हैं तथा अनिता शर्मा ने भी एंटी करप्शन को भी इस बारे में पूछताछ के दौरान बताया हैं।
144 अज्ञात अलमारी
प्राधिकरण में 144 अज्ञात अलमारी भी सामने आयी थी। इनमें दस्तावेज किसके थे? कुछ पता नहीं। हालांकि तमाम दस्तावेज मेरठ विकास प्राधिकरण से संबंधित थे। 144 अलमारी पर अज्ञात अलमारी लिख दिया गया हैं, जिसके चलते इनके दस्तावेज क्लर्क अपना बताने को तैयार नहीं हैं। जब क्लर्कों के दस्तावेज इसमें नहीं हैं तो फिर किसके हैं? इसकी भी क्या जांच कराई जाएगी?
अभिषेक ने वीसी का कार्यभार ग्रहण किया
प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने बुधवार को फिर से वीसी का पदभार ग्रहण कर लिया। अभिषेक पांडेय लंबी छुट्टी पर गए थे। कार्यभार ग्रहण करते ही वीसी ने फिर से सख्ती कर दी हैं, लेकिन इस बीच भ्रष्टाचार के मामले में अनिता शर्मा की गिरफ्तारी से प्राधिकरण की खासी किरकिरी हुई थी। कार्यभार ग्रहण करने के बाद अभिषेक पांडेय कुछ देर प्राधिकरण आॅफिस में रुके, उसके बाद चले गए। गुरुवार से वीसी प्राधिकरण आॅफिस में समय देंगे।