- टायरों की कीमत से कई गुना चढ़ चुका है बसों के मेंटेनेंस का चार्ज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सिटी बस सेवा के बेड़े में शामिल आठ वोल्वो में तीन बसें पांच महीने से टायरों के अभाव में डिपो में खड़ी हुई जंग खा रही हैं। इस अवधि में बसों के किराए या मेंटेनेंस चार्ज की अगर बात की जाए तो यह टायरों की कीमत से कई गुना ज्यादा बन चुका है। लेकिन विभागीय अधिकारी इस दिशा में कोई गंभीर कदम नहीं उठा रहे हैं। महानगर बस सेवा के बेड़े में पिछले कई साल से वी कॉमर्शियल व्हीकल लि. (वीसीवी) की आठ वोल्वो बसें चलाई जा रही हैं। इनमें से तीन बस सरधना और पांच मोदीपुरम से मोदीनगर रूट पर चलती रही हैं।
बताया गया है कि फरवरी माह में दो वोल्वो बसें टायर खराब होने के कारण सोहराब गेट स्थित सिटी बस के डिपो में लाकर खड़ी कर दी गई अगले महीने यानी मार्च में एक और बस टायर खराब होने के कारण इनके बगल में आकर खड़ी हो गई अभी इन बसों के लिए टायर खरीदने की प्रक्रिया शुरू भी नहीं हो पाई थी कि दो अप्रैल को दीपों की वर्कशॉप में भयंकर आग लगी जिसमें वह लोगों के रखरखाव के लिए बनाए गए कक्ष में करीब दो लाख का सामान और सात लाख रुपये की कीमत का महंगा लैपटॉप जलकर स्वाहा हो गए थे।
फरवरी-मार्च से लेकर जुलाई के पहले सप्ताह के बीच जाने के दौरान नगर बस सेवा विभाग टायरों की व्यवस्था नहीं कर पाया है इस दौरान खतरनाक स्थिति है बनी है टायरों के अभाव में खड़ी खड़ी तीनों बसें जंग खा रही है इसके अलावा संबंधित वीसीवी कंपनी का हर महीने आठ बस का 8.64 लाख रुपये किराया/ कंपनी को दिए जाने वाला मेंटेनेंस चार्ज बराबर चढ़ता चला आ रहा है इनमें से 5 बसों के संचालन को अगर घटा भी दिया जाए तो भी प्रदीप बस 1.8 लाख रुपये की दर से तीन बसों का 3.24 लाख रुपये हर महीने अनावश्यक रूप से चढ़ता चला रहा है।
वीसीवी कंपनी के टेक्निकल सुपरवाइजर रोहित साहू का कहना है कि विभाग की ओर से फरवरी माह से अब तक कोई भुगतान नहीं किया गया है अपनी बसों को जंग खाने से बचाने के लिए उन्हें हर दिन इंजन को स्टार्ट करके कुछ देर चलाना पड़ रहा है लेकिन खड़े-खड़े बस के पहिए बैरिंग और दूसरे सामान जंग खाने से नहीं बचाए जा पा रहे हैं। रोहित साहू का यह भी कहना है
कंपनी की ओर से नवंबर माह के बिल में 3.24 लाख रुपए की छूट दी गई थी। लेकिन कंपनी हर बार यह घाटा उठाने को तैयार नहीं है। जबकि बसों के इस प्रकार खड़ी होने में कंपनी का कोई फाल्ट भी नहीं है इसके लिए सीधे-सीधे नगरिया बस सेवा विभाग जिम्मेदार है। जिन्हें तत्काल टायरों की व्यवस्था करके बसों का संचालन नियमित रूप से करना चाहिए था।
कांवड़ यात्रा के दृष्टिगत इलेक्ट्रिक बसों के रखरखाव पर विशेष बल
नगर क्षेत्र में संचालित हो रही इलेक्ट्रिक बसों का कार्य देख रहे एआरएम विपिन सक्सेना ने कावड़ यात्रा को दृष्टिगत रखते हुए बसों की साफ-सफाई और मेंटेनेंस पर विशेष बल दिया है। उन्होंने बसों की धुलाई और सफाई का कार्य करने वाली टीम को निर्देशित किया कि कांवड़ यात्रा के दौरान बसें चमचमाती हुई नजर आनी चाहिए।
किसी भी प्रकार की बाहरी या अंदरुनी गंदगी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोहिया नगर चार्जिंग स्टेशन पर संबंधित वीएसके सिटी बस आॅपरेशन प्राइवेट लि. कंपनी के प्रतिनिधि विकास तोमर ने बताया कि अधिकारियों के दिशा निर्देश के अनुपालन में दिन और रात की अलग-अलग शिफ्ट में सफाई का कार्य कराया जा रहा है। बसों की धुलाई नियमित रूप से कराई जा रही है।
दूसरी बसों के टायर निकालकर तीन में से एक बस को संचालित करने के योग्य बना लिया गया है। 16 नए टायर को खरीदने की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। जिनके जल्दी ही वर्कशॉप में पहुंचने की उम्मीद है। विभाग केवल उन्हीं बसों का मेंटेनेंस चार्ज देता है, जो नियमित रूप से संचालित होती हैं। -मुकेश अग्रवाल, एआरएम फाइनेंस, मेरठ परिक्षेत्र