- पुलिस की नाकामी से कस्बे के व्यापारियों में रोष
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: करीब 15 लाख की चोरी के मामले में पुलिस के हाथ अभी खाली है, लेकिन पुलिस की नाकामी ने भावनपुर के हसनपुर कदीम निवासी ज्वेलर्स विनोद वर्मा पुत्र पूरन सिंह की जान ले ली। उनकी मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का आरोप है कि चोरी की घटना में पुलिस की नाकामी ही उनकी मौत का कारण है। दुकान में चोरी की वारदात के बाद से वह गुमसुम रहने लगे थे। परिजनों ने काफी समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन जैसे गम उन पर हावी हो गया था। उनकी जान चली गयी।
विनोद की मौत की खबर मिलते ही कस्बे के लोग जिनमें बड़ी संख्या में व्यापारी भी शामिल थे विनोद के आवास पर पहुंच गए। सभी की जवान पर पुलिस की नाकामी के किस्से थे। उल्लेखनीय है कि बीते बुधवार को बदमाशों ने विनोद वर्मा की दुकान को अपना निशाना बनाया था। ताले चटका कर करीब 15 लाख की ज्वेलरी व नकदी चोरी कर ले गए थे। अभी तक पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा।
वहीं, लाखों रुपये के नुकसान के चलते विनोद वर्मा की एक सप्ताह बाद बुधवार की रात को मौत हो गई, जिसके बाद मृतक के परिवार मे कोहराम मच गया। वहीं, ज्वेलर्स व्यापारी की मौत की जानकारी मिलते ही भारी संख्या में लोगों की भीड़ उनके आवास पर पहुंची और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी।
बदमाश से समझौता न करने पर पुलिस दे रही एनकाउंटर की धमकी
मेरठ: एक अपराधी जिस पर दर्जन भर से ज्यादा मुकदमे चल रहे हैं। उससे समझौता न करने पर दौराला पुलिस एनाकाउंटर की धमकी दे रही है। पुलिस वाले अपने साथ तमंचे लेकर पहुंचे थे और कह रहे थे कि तेरे शौहर पर तमंचे दिखाकर उसके पांव में गोली मारेंगे वर्ना तुम लोग समझौता कर लो। दौराला पुलिस पर पति को झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिश का आरोप लगाते हुए दौराला के रूहासा निवासी रोजी पत्नी आरिज अख्तर ने एसएसपी से कार्रवाई की मांग की है।
गुरुवार को पुलिस कार्यालय पहुंची रोजी ने एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि बीते 15 जनवरी को देर रात उसके घर पर अचानक छह सादा वर्दी में पुलिस वाले पड़ोसी सहेन्द्र प्रजापति के मकान से घुसकर भीतर कूद आए और एक कमरे की तलाशी लेने लगे। उनको जब टोका तो गाली-गलौज करने लगे तथा पति आरिज अख्तर के बारे में जानकारी करने लगे। तीन अन्य पुलिस वाले जो वर्दी में थे मकान की छत पर गए और जेब से दो तमंचे व कारतूस निकालकर मुंडेर पर रख दिए और कहने लगे कि आज तो आरिज बच गया, लेकिन जल्द ही उसके पैर में गोली मार देंगे।
महिला ने आरोप लगाया कि जब उसने पुलिस वालों का वीडिया बनाया तो दिनेश व दर्शन पुलिस वाले ने मोबाइल छीन लिया और वीडियो डीलिट कर दी। पीड़िता ने बताया कि उसके शोर शराब करने पर पड़ोस में रहने वाली नाजरीन, हामिद, नाजिश आदि आ गए। पीड़िता का कहना है कि जाते-जाते ये पुलिस वाले वहां रखे सात हजार रुपये भी उठकर ले गए और बोले गांव के गांव के फरदीन पुत्र शौकत अली पर जो झूठे मुकदमे कर रखे हैं वो वापस ले लो। साथ ही यह भी कहा कि गांव के सैफ से जाकर मिल लो। पीड़िता ने एसएसपी से सुरक्षा की गुहार लगायी है।