- सरसावा क्षेत्र में बालू उठाने की आड़ में जमकर हो रहा अवैध खनन
- संबंधित विभाग के अधिकारी और स्थानीय पुलिस साधे है मौन
जनवाणी संवाददाता |
सरसावा: योगी सरकार में अवैध खनन पर पूरी तरह रोक के आदेश की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं। हाल ये है कि यमुना नदी किनारे खेतों से बालू उठाने की परमीसन लेकर अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है। खनन माफिया गैंग बनाकर बड़े पैमाने पर यमुना की कोख छलनी कर रहे हैं। न तो स्थानीय पुलिस कुछ कर रही और न संबंधित वि•ााग के अधिकारी। ग्रामीण जरूर विरोध कर रहे पर उनकी सुनता कौन है। खनन माफियाओं की बल्ले-बल्ले हो रही है। सरकार को हर रोज लाखों के राजस्व का चूना लग रहा है। हां, शाहजहांपुर क्षेत्र में हो रहे खनन को लेकर खूनी टकराव भी हो सकता है। क्योंकि स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
सरसावा क्षेत्र हमेशा से अवैध खनन के लिए बदनाम रहा है। यहां पर यमुना नदी में खनन माफियाओं द्वारा एक बार फिर बड़े पैमाने पर अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा। सच तो ये है कि बालू उठाने की परमीसन ली गई है लेकिन, हो रहा अवैध खनन। यहां झरौली एरिया में प्रशासन द्वारा तीन किसानों को नदी किनारे खेतों से बालू उठाने की परमीसन दी गई थी। इसके बाद अलग-अलग खेतों से बालू उठाने का काम शुरू कराया गया। खेतों से बालू उठाने के दौरान खनन माफियाओं के तीनों गुटों में झगड़े की स्थिति बन गई।
इसके बाद आपसी सहमति से तीनों गुटों द्वारा एक गैंग बनाकर खनन के खेल को अंजाम दिया जाने लगा। इस समय खनन माफियाओं का गैंग यमुना नदी में खनन कर मोटी रकम कमा रहा है जिससे राजस्व वि•ााग को भी रोजाना लाखों की चपत लग रही है। लेकिन इसके बावजूद भी खान अधिकारी व पुलिस यमुना नदी में चल रहे अवैध खनन की ओर से आंख मूंदे बैठी है। यमुना नदी में जेसीबी व पोकलेन मशीनों द्वारा खनन कराया जा रहा है। यह भी बता दें कि ग्राम शाहजहांपुर क्षेत्र के यमुना नदी में चल रहे अवैध खनन पर किसी समय भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है।
खनन माफियाओं व स्थानीय लोगों में कभी भी टकराव हो सकता है। पूर्व में भी अवैध रूप से चल रहे खनन पर आपसी विवाद में गोली चलने से एक युवक की मौत हो गई थी लेकिन इसके बाजवूद भी पुलिस पूर्व में हुई घटना से सबक नहीं ले रही है।