Saturday, July 27, 2024
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तैयार हो रहा था शहर को दहलाने का सामान

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  • फैक्ट्री में बनाए जा रहे थे नकली रेग्युलेटर
  • छापा-ए-मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट, पुलिस कर्मियों से झड़प

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शहर के भीड़ भरे लिसाड़ीगेट के कांच का पुल इलाके में दहलाने का सामान तैयार किया जा रहा था। घरेलू व कामर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडरों के नकली रेग्युलेटर व सिलेंडर की सेफ्टी संबंधित दूसरे नकली उपकरण यहां तैयार किए जा रहे थे। पुलिस को सूचना मिली तो मौके पर पहुंचकर दबिश दी गयी। दबिश में एलपीजी गैस सिलेंडर के नकली रेग्युलेटर व अन्य सामान बरामद किया गया।

अचानक पड़ी पुलिस की दबिश से इलाके में हड़कंप मच गया। अफरा-तफरी फैल गयी। सोमवार की दोहपर को करीब दो बजे सिटी मजिस्ट्रेट व लिसाड़ीगेट पुलिस ने एक कारखाने पर छापामारी की। लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र के कांच का पुल बुनकर नगर गली नंबर-1 में शादाब के मकान में नकली रेगुलेटर तैयार किया जा रहे थे। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में नकली रेगुलेटरों का पूरा जखीरा बरामद किया है।

मालिक ने खोया आपा

जिस वक्त पुलिस ने यहां दबिश दी और माल बरामद कर वहां फैक्ट्री में काम कर रहे तमाम कारीगरों को पुलिस ने धर लिया तो फैक्ट्री मालिक शादाब पुलिस वालों से उलझ गया। उसने हंगामा शुरू कर दिया। लोगों की भीड़ जमा हो गयी। जब पुलिस ने सख्ती दिखानी शुरू की तो बाद में उसने अफसरों के सामने गिड़गिड़ाना शुरू कर दिया। उसने तमाम प्रकार से सफाई देने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस वालों की सख्ती के आगे उसकी एक ना चली।

चार हिरासत में

छापे में भारी मात्रा में एलजीपी के नकली रेग्युलेटर बरामद किए जाने के बाद पुलिस ने मौके से फैक्ट्री मालिक शादाब व अन्य तीन कारीगर अरशद, अमन, जावेद को गिरफ्तार किया। इसके बाद पुलिस चारों को थाने ले आई। वहीं, छापेमारी से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। वहीं, दूसरी ओर जब जिन लोगों को पुलिस थाना लेकर पहुंची थी।

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उनके परिजनों को किसी माध्यम से जानकारी मिली तो वो भी थाने पर जा पहुंचे। परिजनों का कहना था कि यदि यहां नकली रेग्युलेटर बन रहे हैं तो यहां काम करने वाले कारीगरों पर क्यों कार्रवाई की जाए। इसके लिए तो मालिक ही जिम्मेदार है।

जानलेवा है नकली रेग्युलेटरों का प्रयोग

शहर घंटाघर पर एलजीपी गैस से संबंधित सामान बेचने वाले रमेश सचदेवा ने बताया कि जिस प्रकार के नकली रेग्युलेटर बरामद किए जाने की बात कही जा रही है, उनका प्रयोग जानलेवा है। उन्होंने बताया कि केवल आईएसआई मार्का रेग्युलेटर ही एलपीजी गैस सिलेंडरोें में प्रयोग किए जाने चाहिए।

बेहतर तो यही है कि केवल गैस ऐजेंसी या फिर अधिकृत विक्रेत से ही रेग्युलेटर लिया जाए। कुछ उपभोक्ता गैस सिलेंडर सप्लाई करने वाले हॉकर से भी कई बार रेग्युलेटर व पाइप मंगवा लेते हैं, ऐसे उचित नहीं। बेहतर है कि कंपनी पर जाकर ही वहां से ये चीजें खरीदी जाएं। नकली रेग्युलेटर का प्रयोग एलजीपी गैस सिलेंडर को बम में भी तब्दील कर सकतो है।

नामचीन कंपनी के नकली रेग्युलेटर

लिसाड़ीगेट इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट ने टीम के साथ सोमवार को शादाब के कारखाने पर छापेमारी की। इस दौरान भारी मात्रा में रेग्युलेटर बने व अध बने हुए बरामद किए। पुलिस को कई बैंक की पासबुक व रजिस्टरों में लेखा-जोखा मिला है।

इस मामले में जीएसटी विभाग, नापतोल और हाइडिल विभाग को जांच के लिए बुलाया गया है। सीओ अमित राय का कहना है कि अवैध रूप से कारखाना चलाया जा रहा था। नामचीन कंपनियों के नाम से रेग्युलेटर तैयार कर दूसरे जनपद व शहर के दुकानदारों को बेचे जा रहे थे, उनकी भी पुलिस जानकारी जुटा रही है।

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