जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने जारी एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पिछले पांच वर्षों में और बीजेपी के पूर्व पीडब्लूडी मंत्री एवं वर्तमान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या लगातार अपने बयानों में साढे़ पांच वर्षों से गड्ढ़ा भरने का कार्य कर रहे हैं। वर्तमान मौजूदा सरकार ना तो गड्ढे भर पा रही है और ना ही युवाओं को रोजगार दे पा रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश की सड़कों को अब तक गड्ढा मुक्त हो जाना चाहिए था, खुद मुख्यमंत्री योगी ने इसके लिए 15 नवंबर की तारीख तय की थी लेकिन जैसा कि हर वादे और दावे के साथ होता है, तारीख पर तारीख देने के बाद भी गड्ढा भराई की रस्म वक्त पर पूरी न हो सकी। अब इसे 15 दिन और बढ़ा दिया
गया है।
उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी की रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में 4851 किमी सड़कों का नवीनीकरण कराया जा चुका है। जबकि 6224 किमी सड़कों की विशेष मरम्मत हुई है। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 नवंबर तक सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने के निर्देश दिए थे। यह अभियान 15 अक्तूबर से चल रहा था।
पीडब्ल्यूडी के रिकॉर्ड के मुताबिक, 13 नवंबर की शाम तक 50181 किमी सड़कों की मरम्मत हो चुकी थी जो कि कुल लक्ष्य का 84 फीसदी हैं और यह आंकड़ा भी सिर्फ कागजी लगता है अगर हकीकत होता तो सवाल है कि अभी भी लोगों की जाने क्यों जा रही हैं यह भी सरकार का दावा खोखला है।
उन्होंने सड़कों पर गढ़डा और छुट्टा जानवरों की वजह से दर्घटनायें बढ़ गयी है जिसमें तमाम लोग अपनी जान गवां चुकेहैं। विपक्ष के द्वारा बार- बार सवाल खड़ा करने पर योगी सरकार ने सिर्फ तारीख दी। गड्ढा मुक्ति अभियान को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की खूब फजीहत हुई उसके बावजूद गढ़डा मुक्ति अभियान में कोई तेजी नहीं आई एक बार फिर अभियान की अवधि 15 नवंबरसे बढ़ाकर 30 नवंबर कर दी गयी है।
सरकारी आंकड़े बता रहे हैं कि सड़कों को गड्ढों से मुक्त करने का काम अभी अधूरा है, अब तक सिर्फ 78 फीसदी सड़कें ही गड्ढा मुक्त हो सकी हैं और वह भी कितना सच है यह तो ऊपर वाला ही जनता है। असल तस्वीर बता रही है कि अब भी इन दावों और आंकड़ों का सच जमीनी हकीकत से जुदा है। सच तो यह है राजधानी लखनऊ सहित सूबे के ज्यादातर इलाकों में सड़कों का बुरा हाल है ओर इन्हें फिर से बनाये जाने की दरकार है, लेकिन सरकार फिलहाल इनके गड्ढे भी नहीं भर पाई है।
सिंह ने आगे कहा कि बीते दिनों पीलीभीत के भगवंतापुर इलाके का एक वीडियो सामने आया जिसमें लोग हाथों से ही सड़क उधाड़कर सरकारी दावों को हकीकत बयान करते नजर आए। जौनपुर के मड़ियाहूं से भदोही के बीच की 24 किलोमीटर सड़क की हालत सबसे ज्यादा खस्ता है। शाहगंज मार्ग के तमाम जगहों पर डामर और गिट्टी उखड़ चुकी है। पूरे प्रदेश की सडकों का यही हाल है। सिंह ने योगी जी से निवेदन करते हुए कहा कि तारीख बढ़ाने के बाद गुजरात चुनाव पर ध्यान न देते हुए गढ़डा मुक्ति अभियान पर ध्यान दें अन्यथा प्रदेश की सड़कों का हाल जस का तस बना रहेगा।