- आश्रित परिवार को एक करोड़ रूपये व नौकरी के मुआवजा की मांग
जनवाणी ब्यूरो |
बिजनौर: चुनाव ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण की जद में आकर दम तोड़ने वाले सैकड़ों शिक्षा कर्मियों के पारिवारजन की भावनाओं से खेलना बंद करके योगी सरकार को प्राथमिक शिक्षक संघ की सूची स्वीकार करनी चाहिए। 1621 लोगों की सूची के सापेक्ष पहले तीन और अब 1200 लोगों की मौत का आंकड़ा जारी करने की जगह सरकार सभी शिक्षकों के परिवारों को एक करोड़ का मुआवजा देने की मांग आम आदमी पार्टी करती है।
आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष राजीव सिंह एडवोकेट ने कहा कि पार्टी ने पहले ही सरकार से एक करोड़ रुपये के मुवावजा देने की मांग उठाई थी। उक्त धनराशि सहित पीड़ित परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग भी की थी। सैकड़ों मौतें योगी सरकार की चुनावी जिद का परिणाम स्वरूप हुईं, लेकिन कोरोना संक्रमण के बीच पंचायत चुनाव कराकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गांव-गांव तक महामारी फैलाकर अब इसे छिपाने में लगे हैं।
सीएम की जिद के कारण सैकड़ों परिवार का जीवन खतरे में पड़ा। जिन कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान मृत्यु हुई है, उनके परिजनों को सरकारी नौकरी और एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए। परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाए। आम आदमी पार्टी की मांग है कि कर्मचारियों के संक्रमित परिजनों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाए। उन्होंने कहा कि शिक्षक संघ की 1621 शिक्षकों की सूची स्वीकारते हुए सभी परिवारों को 30 लाख की जगह एक करोड़ का मुआवजा और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की अविलंब घोषणा करें।