- चाचा-भतीजे गंगनहर में नहाते समय डूबे, परिजनों में मचा कोहराम
- नानू पुल के निकट परिवार संग आए थे युवक, पुलिस ने शुरू की तलाश
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: बुधवार को नानू पुल के निकट नहाते समय एक युवक गंगनहर में डूब गया। उसे बचाने के लिए कूदा युवक भी पानी के तेज बहाव के साथ बह गया। कुछ ही देर में दोनों ही युवक गंगनहर में समा गए। साथ में आए परिजन दोनों को गंगनहर में डूबते हुए देखने के अलावा कुछ नहीं कर सके। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से युवकों को तलाश कराया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। वहीं गंगनहर पर मौजूद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
लालकुर्ती निवासी 20 वर्षीय सागर पुत्र इतवारी परिवार के साथ नानू गंगनहर पुल के निकट पशु का शव दबाने आया था। जहां वह गंगनहर में नहाने लगा। इस दौरान युवक गंगनहर में डूब गया। उसे बचाने के लिए भतीजा रिंकू पुत्र रामजी लाल भी गंगनहर में कूद गया। दोनों ही पानी के तेज बहाव के साथ बह गए। परिजनों की आंखों के सामने ही दोनों युवक चंद मिनटों में गंगनहर में समा गए। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया।
दो युवकों के डूबने की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और गोताखोरों की मदद से उनकी तलाश शुरू कराई। देर शाम तक सर्चिंग करने के बाद भी युवकों का कुछ पता नहीं चल सका। मौके पर पहुंचे भाकियू अराजनैतिक के मंडल अध्यक्ष मनोज त्यागी व युवा जिलाध्यक्ष निक्की तालियान मौके पर पहुंचे। उन्होंने एसएसपी से बात करके मदद के लिए कहा।
जिसके बाद पीएसी के गोताखोर बोट लेकर पहुंचे। काफी प्रयास के बाद भी युवकों का कुछ पता नहीं चल सका। वहीं युवकों के गंगनहर में डूबने से परिजनों में कोहराम मच गया। मौके पर मौजूद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। रिंकू व सागर के परिजनों सदमे में बार बार बेहोश हो रहे थे। जिनको देखकर सभी की आंखे नम हो गई।
सागर को बचाने में चला गया रिंकू
गंगनहर में नहाते समय सागर गंगनहर में डूबा था। यह देखकर रिंकू से रुका नहीं गया। उसे बचाने के लिए कुछ भी सोचे बिना वह गंगनहर में कूद गया। मगर उसका े क्या पता था कि वह भी गंगनहर की आगोश में समा जाएगा। चंद मिनटों में दोनों चाचा-भतीजे गंगनहर में समा गए।
पुलिस ने नहाने को किया था मना
गर्मी के चलते कई लोग नानू पुल के निकट गंगनहर में नहाने के लिए उतरे हुए थे। पुल पर तैनात पुलिस पिकैट ने उन्हें समझा कर भगाने की कोशिश की। मगर कोई मानने को तैयार नहीं हुआ। जिसका नतीजा यह हुआ कि दो युवक गंगनहर में समा गए।
गंगनहर पर नहीं है घाट
सरधना व नानू पुल बनने के बाद यहां घाट खत्म हो गए हैं। इस कारण यहां नहाने आने वाले लोगों को डूबने का खतरा बना रहता है। घाट खत्म होने के बाद से अब तक कई लोग गंगनहर में समा चुके हैं। कई बार विभिन्न संस्थाओं ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंप कर घाट बनवाने की मांग की। मगर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। लापरवाही के कारण लगातार यहां लोग डूब रहे हैं। गत श्रीगणेश चतुर्थी पर भी कई लोग गंगनहर में डूब गए थे।
परिवार में कोहराम, गंगनहर में डूब गए लाल
मेरठ: गंगा का पानी भले अमृत माना जाता हो, लेकिन जो लोग गंगनहर में समा जाएं उनके परिवार के लिये गंगा का पानी कभी न भूलने वाला जहर बनकर दिलो दिमाग पर छा जाता है। लालकुर्ती में सागर और रिंकू की मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। बेहद गरीब परिवार के सागर और रिंकू किसी तरह पेट पाल रहे थे।
रिंकू छोले भठूरे वाले की दुकान पर काम करता था और सागर अंडे के ठेले लगाता है। परिवार के लोगों को उम्मीद है कि गंगा की लहरें बच्चों को छीन नहीं सकती। घर में सांत्वना देने वालों का तांंता लगा हुआ है। किसी को उम्मीद नहीं थी कि बकरे को दफनाने के लिये जाना भारी पड़ जाएगा।