- अब तक चार की जान ले चुका जानलेवा बुखार
- परिजनों में मचा कोहराम, बहसूमा कस्बे और क्षेत्र में बुखार का कहर जारी
जनवाणी संवाददाता |
बहसूमा/मेरठ: कस्बे व देहात क्षेत्र में बुखार कहर बरपा रहा है और बुखार की चपेट में आने से कई लोगों की हालत नाजुक है। कस्बे में बीते शनिवार को बुखार से पीड़ित 13 वर्षीय बच्चे की जान चली गई थी। जिससे परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
वहीं, रविवार को बुखार से पीड़ित अभिषेक पुत्र बंटी उम्र छह वर्षीय बच्चे की मौत हो गई थी। सोमवार को बटावली गांव में रहस्यमयी बुखार ने दो युवकों की जान ले ली है। ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वहीं, मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
रहस्मयी बुखार से होने वाली मौतों से दहशत
बहसूमा और सरधना इलाके में बुखार से होने वाली मौतें बादस्तूर जारी हैं। यूं कहने को स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का दावा है कि बहसूमा में लगातार स्वास्थ्य टीमें कैंप कर रही हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने सरधना और बहसूमा में अब तक जितनी भी मौतें हुई हैं, उन्हें डेंगू से हुई मौत मानने से साफ इंकार कर दिया है। बहसूमा की यदि बात की जाए तो एक दिन पहले यानि बीते रविवार को भी यहां बुखार से पीड़ित एक शख्स की मौत हो गयी थी।
इसके अलावा सरधना में भी बुखार पीड़ित एक शख्स की मौत रविवार को हुई थी। बुखार से लगातार हो रही मौतों के चलते सरधना व बहसूमा में दहशत का माहौल है। उधर, मेडिकल, जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी में इन दिनों सबसे ज्यादा बुखार पीड़ित मरीज पहुंच रहे हैं। सीएचसी व पीएचसी आने वाले जिन मरीजों की हालत गंभीर होती है उन्हें जिला अस्पताल व मेडिकल रेफर किया जाता है।
मेडिकल व जिला अस्पताल में डेंगू के वार्ड बनाए गए हैं। जो भी गंभीर मरीज हैं उन्हें भर्ती किया जा रहा है। जिला अस्पताल का डेंगू वार्ड पूरी तरह से फुल चल रहा है, लेकिन इसके बाद भी वहां मरीजों के आने का सिलसिला जारी है। यह अच्छी बात है कि नए मरीज आ रहे हैं तो स्वास्थ्य में सुधार होने पर पुराने मरीज डिस्चार्ज भी किए जा रहे हैं।
डेंगू के 15 नए केस
स्वास्थ्य विभाग के जिला सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि सोमवार को डेंगू के 15 नए केस आए हैं। जिन इलाकों में केस मिले हैं। उनमें हस्तिनापुर, कंकरखेड़ा, खरखौदा, कुंडा, मलियाना, मवाना, पल्हेड़ा, रजबन, राजेन्द्र नगर, साबुन गोदाम, सरधना व शकूर नगर शामिल हैं। जहां भी केस मिले हैं, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीमें एक्टिवेट कर दी गयी हैं। लोगों से कहा गया है कि आसपास मच्छरों को न पनपनें दें।