Saturday, September 30, 2023
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बारिश और सड़कों पर जाम से हालात बेकाबू

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  • निगम कार्यालय भी हुआ जलमग्न, सूरजकुंड रोड स्थित महापौर कैंप कार्यालय में घुसा पानी
  • क्रांतिधरा एक बार फिर हुई जलमग्न दूषित जलभराव के बीच से गुजरे कांवड़िये
  • कई सड़कों पर दो से तीन फीट तक जलभराव के रूप में जमा हो गया दूषित पानी

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: क्रांतिधरा पर बुधवार को बारिश ओर सड़कों पर जाम से हालात बेकाबू हो गए। बारिश एवं चोक नालों का दूषित पानी सड़कों पर जलभराव के रूप में जमा हो गया।

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जिसमें कई सड़कों पर हालात ज्यादा खराब हो गए और दो से तीन फीट पानी भर गया। पानी लोगोें के घरों एवं प्रतिष्ठानों में भी घुस गया। इस दौरान कांवड़िये भी नालों के दूषित पानी के बीच से होकर गुजरे और इस दौरान कांवड़ यात्रा में उन्हें परेशानी हुई।

शिवभक्तों को उठानी पड़ी परेशानी

बारिश के दौरान कांवड़ियों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ी। इस दौरान बारिश व चोक नालों का दूषित पानी कुछ जगहों पर सड़क किनारे लगे कांवड़ सेवा शिविरों में जा घुसा। सड़क पर दूषित पानी के जलभराव के बीच से ही कुछ कांवड़ियों को गुजरना पड़ा। भैंसाली मैदान में चल रही कथा के दौरान श्रद्धालु कथा सुनने के बाद वापस घर लौटे तो वह भी दूषित जलभराव के बीच से होकर गुजरे।

नगर निगम को देनी चाहिए नाव

शहर की सड़कों पर दूषित पानी का जलभराव दो से तीन फ ीट से भी अधिक हो चुका था। जिसमें सड़क किनारे लोगों के घरों तक में पानी घुस गया। सड़क में नाला और नाले में सड़क दिखाई दे रही थी। नगर निगम जब करोड़ों रुपये नाला सफाई के नाम पर खर्च कर रही है तो बरसात के समय के लिए कुछ नाव आदि की व्यवस्था करा देनी चाहिए ताकि बरसात के समय लोग दूषित पानी से होकर न गुजरे भले ही निगम नाव में बैठने का कुछ चार्ज वसूल कर सकती है।

42 दुकानों को नोटिस, फिर भी जस की तस

निगम द्वारा नाले के ऊपर जो करीब 42 दुकानें बनी हैं, उन्हें हटाने के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन अब नाला खुदाई दूसरी जगह करा दिया है और उन दुकानों को नहीं हटवाया गया, यदि दुकानें हट जाती तो नाला सफाई का कार्य सुचारू रूप से हो सकता था, जिसमें जलभराव की समस्या से बचा जा सकता था, दुकानों के बचाने के प्रयास में नगर निगम कार्यालय तक में आज दूषित पानी घुस गया।

जलभराव से दुपहिया वाहन, ई-रिक्शा पानी में बंद

शहर में वैसे तो सभी जगहों पर चोक नालों का दूषित पानी सड़कों पर जलभराव के रूप में जमा हो गया, लेकिन बेगमपुल से बच्चा पार्क तक सड़क पर करीब एक से दो फीट तक जलभराव हो गया। लोगों के वाहन पानी में बंद हो गए इस दौरान जो सवारी ई-रिक्शा में बैठी थी,

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पानी में ई-रिक्शा के बंद होने पर उन्हें उससे नीचे उतरकर पानी के बीच से ई-रिक्शा को निकलवाया। नगर निगम में बने कंट्रोल रूम, नगरायुक्त, अपर नगरायुक्त एवं महापौर कार्यालय में दूषित पानी घुस गया। सूरजकुंड रोड पर महापौर के कैंप कार्यालय तक में पानी जा पहुंचा। हापुड़ रोड रहमतपुरा में भी जलभराव से हालात खराब हो गए।

बैरिकेडिंग और जाम में शहरवासी फंसे

मेरठ: कांवड़ यात्रा पर शहर की भीतरी सड़कों पर कट लगाने व बैरिकेडिंग लगाने के बाद यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। शहर में हर तरफ घंटों जाम लगा रहा। हजारों लोग अपने गंतव्य पर नहीं पहुंच पाये। वहीं ईव्ज चौराहे पर बैरिकेडिंग लगाने पर सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।

कांवड़ यात्रा के मद्देनजर शहर के अंदरुनी चौराहों व मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था की पोल खुल गई। शहर के अंदरुनी क्षेत्र में रूट डायवर्जन के चलते सड़कों पर लंबा जाम लग गया। ईव्ज चौराहे क्रॉसिंग पर पहली बार ट्रैफिक पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर चौराहे को बंद कर दिया।

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जिससे मवाना रोड तक जाम लग गया। हापुड़ रोड पर मरीजों को डाक्टरों के पास पहुंचना मुश्किल हो गया। शहर के बच्चा पार्क चौराहा छोड़कर सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते बंद कर दिए गए। जिससे पूरे शहर का ट्रैफिक अव्यवस्था की भेंट चढ़ता दिखाई दिया। ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही के चलते शहर के अंदरुनी रूट डायवर्जन से लोग सुबह से लेकर रात तक जाम में फंसे रहे। ट्रैफिक पुलिस पूरे शहर मे तमाशबीन बनी रही।

हाइवे वनवे होने के कारण लग रहा है जाम

मोदीपुरम: एनएच-58 और रुड़की रोड़ पूरी तरह से वनवे कर दिया गया है। कांवड़ यात्रा इस समय पूरे परवान पर है। ऐसे में कांवड़ यात्रा सकुशल गुजर जाए। इसके लिए प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर दी है, लेकिन वनवे होने के कारण हालात खराब हो गए हैं। जगह-जगह वनवे होने से जाम लग गया है। स्थानीय लोगों को भी निकलने में परेशानी होने लगी है। हाइवे को पूर्णरूप से वनवे कर दिया गया है।

जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी गई है। हाइवे पर खुले कटों को बंद कर दिया गया है। रुड़की रोड़ पर भी बैरिकेडिंग लगाकर कट बंद कर दिए गए हैं। वनवे होने के कारण वाहनों को निकलने में परेशानी होने लगी है। जिसके चलते लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पल्लवपुरम और मोदीपुरम के स्थानीय लोगों को आने जाने में परेशानी होने लगी है। लोग कटों के बंद होने से बाजारों में भी नहीं जा रहे हैं। मार्ग पर वाहनों का अभी आवागमन हो रहा है। जिसके चलते जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है।

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रात में जाम भयंकर लगा रहता है। दिन में भी जाम की स्थिति बेहद खराब हो रही है। ऐसे में जाम की समस्या से निपटने के लिए बेहद जरूरी है कि पुलिस को जाम से निपटने के लिए अतिरिक्त रूप से लगाई गई बैरिकेडिंग हटानी होगी। जिससे स्थानीय लोगों का आवागमन आसानी के साथ हो सके।

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