जहां पिछली पीढ़ी एक ही नौकरी में पूरी जिंदगी निकाल दिया करती थी, आज की पीढ़ी नौकरी ही नहीं करियर बदलने तक का एक्सपेरिमेंट करने के लिए तैयार हो जाती है।करियर के नए-नए विकल्प, टेक्नोलॉजी के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा एम्प्लॉयर्स तक पहुंच और आंट्रप्रनरशिप की ओर बढ़ता रुझान इसके कुछ प्रमुख कारण हैं।आपकी जिदगी में भी ऐसा समय आया होगा, जब आपने नौकरी छोड़ने या करियर बदलने के बारे में गंभीरता से सोचा होगा। आइए, जानें कब हमें अपने दिल की बात पर भरोसा करके आगे बढ़ जाना चाहिए।
हम किसी संस्था के लिए काम क्यों करते हैं? अपनी जिदगी के महत्वपूर्ण घंटे देने के बाद हमारी क्या उम्मीदें होती हैं? हम किसी संस्था के लिए काम पैसे कमाने और अपनी स्किल्स को निखारने के लिए करते हैं। रही बात उम्मीदों की तो स्वाभाविक तौर पर हम उम्मीद रखते हैं कि कंपनीा से हमें सहायता, समर्थन और थोड़ी प्रशंसा भी मिलेगी। पर जब आपको आॅफिस से यह सब न मिले तो समझ जाइए कि नौकरी बदलने का वक़्त आ गया है।
कुछ बॉस आपको अलग तरह से डीमोटिवेट करते हैं। वे आपके काम के बारे में तो कुछ नहीं कहते, पर नौकरी जाने का डर दिखाकर डराते हैं। यहां इस बात को समझें कि डरा हुआ आदमी दूसरों को डराता है। वह अपना डर दूसरों के अंदर भी इंस्टॉल करना चाहता है। अगर आपका बॉस आपको वक़्त बेवक़्त नौकरी जाने की कहकर डराता हो तो उसे उसके हाल पर छोड़कर आगे बढ़ जाइए।
दूसरा अहम कारण होता है सालों साल एक ही जगह, एक ही तरह का काम करते रहने से पैदा होनेवाली बोरियत। अगर आपको प्रतिभा के बावजूद कुछ नया करने नहीं मिल रहा है, नई जिम्मेदारी नहीं मिल रही है, तो सोचें यहां और कुछ साल टिके रहकर क्या मिलेगा? अच्छा वेतन, दिलचस्प प्रोजेक्ट और पर्सनल ग्रोथ इन पैमानों पर अपनी मौजूदा नौकरी को परखिए। अगर आपको ये अवसर नजर न आ रहे हों तो अब कुछ समझने-समझाने के लिए रह नहीं गया है।
मेहनत और थकान का नाता भी आपकी मदद करेगा। आपने गौर किया होगा कि कई बार हम लंबे घंटों तक काम करने के बावजूद थकान का अनुभव नहीं करते। फ्रेश रहते हैं, क्योंकि हम अपने काम से प्रेम करते हैं। देखा जाए तो आप अपने काम को पसंद करते हैं या नहीं, जानने का सही पैमाना भी यही है। वहीं अगर आप काम के घंटे पूरे करने में ही बोरियत महसूस करने लगें तो आपको जॉब चेंज करने के बारे में सीरियसली सोचना शुरू कर देना चाहिए। अगर आप यहां से नौकरी छोड़ने की सोचकर राहत महसूस कर रहे हों तो आगे बढ़िए, अच्छी जिदगी आपका इंतजार कर रही है।
मौजूदा नौकरी अचानक छोड़ने का यह मतलब नहीं है कि आपके पास कुछ नहीं है। देखिए, नौकरी से निकाले जाने का मतलब जीवन का अंत नहीं होता, यहां तो आप खुद ही सख़्त नापसंद हो चुकी नौकरी छोड़ने का फैसला कर रहे हैं।सोचिए दुनिया में कितने कम लोग होंगे, जो यह कह सकेंगे कि मैंने अच्छी-खासी चल रही नौकरी छोड़ दी, क्योंकि मैं बोर हो गया था/ गई थी।तो सबसे पहले यह साहसी फैसला लेने के लिए खुद पर गर्व करें।
आपने नौकरी छोड़ दी है, पर आपकी योग्यता और कौशल तो अभी भी आपके पास ही है। उसपर भरोसा बनाए रखें। ऐसा भी हो सकता है कि जल्द ही आपको पिछली नौकरी से कहीं बेहतर काम मिल जाए। इसमें कुछ सप्ताह से लेकर कुछ महीनों तक का समय लग सकता है। इंटरव्यू देने के इस फेज को एन्जॉय कीजिए। सोचिए आप कितने नए लोगों से मिल रहे हैं। आपके पुराने आफिस के बाहर भी एक दुनिया है। उस दुनिया का अनुभव लीजिए।
जॉब से ब्रेक लेने के बाद आपको अपने कार्यक्षेत्र से जुड़ी खबरों और लोगों से पूरी तरह अलग नहीं कर लेना चाहिए। हालांकि आप जब नौकरी पर थे, तब मन करता था कि इस दुनिया को छोड़-छाड़कर कहीं दूर चले जाएं। पर यदि आप नौकरी छोड़ने के बाद दोबारा नौकरी तलाश करना चाहते हैं तो अपने नेटवर्क्स को जिदा रखें। ये संपर्क आपके काम आ सकते हैं। यदि सबसे संबंध बनाए रखने का मन न हो तो कम से कम उन लोगों के संपर्क में बने रहें, जिनपर आपको पूरा भरोसा हो।
खुद को सकारात्मक रखें और खुश रहें। सोचें, आपने कोशिश तो की। वरना दुनिया के ज्यादातर वर्किंग प्रोफेशनल्स अपनी जॉब से नाखुश होते हुए भी पूरी जिदगी उसी कंपनी से चिपके रहते हैं। आपका साहसी फैसला आपकी जिदगी को कहीं बेहतर बना सकता है। कुछ नया करें, नया सीखें और सेल्फ हेल्प की बुक्स पढ़ें, ताकि आपकी सफलता की उत्कंठा तीव्र बनी रहे। सेल्फ मोटिवेशन से बढ़िया सफलता का कोई दूसरा टॉनिक नहीं है।