- महिला पुरूषों से नहीं कम,कंधे से कंधा मिलाकर कर रही है काम
- समाज को महिलाओं के प्रति सोच में लाना होगा बदलाव
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: हमारी संस्कृति में महिलाओं को देवी की तरह पूजा जाता है। हम मां दुर्गा, लक्ष्मी और विद्या को पूजते हैं। महिला पहले से शक्ति का स्वरूप माना जाता है। वर्तमान समय में महिला पुरूषों से कम नहीं है वह उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं।
समाज को अपनी सोच में बदलाव लाने की आवश्यकता है। नारी अब अबला नहीं है। यह बात स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. राजकुमार ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित मिशन शक्ति अभियान 2021 कार्यक्रम के दौरान कही।
स्वास्थ परीक्षण एवं औषधीय वितरण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय कुलपति प्रो.नरेंद्र कुमार तनेजा ने कहा कि हमारे संविधान में महिलाओं को पुरूषों के बारबर का अधिकार दिया गया है। आज हर क्षेत्र में महिला उच्च पदों पर काम कर रही है।
चाहे फिर वह राजनैतिक क्षेत्र हो,स्वास्थ्य या फिर शिक्षा का क्षेत्र हो। महिला किसी से भी कम नहीं है। उनको अपने अधिकारों को पहचानने की आवश्यकता है।
विवि प्रति कुलपति प्रो.वाई विमला ने कहा कि महिला के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है। मां ही बच्चे की पहली गुरू होती है, जो उसको अच्छे और बुरे की पहचान कराती है। पहले की अपेक्षा महिलाओं में अधिक जागरूकता आई। महिलाओं में शिक्षा का स्तर बढ़ता जा रहा है।
मिशन शक्ति अभियान 2021 के तहत स्वास्थ परीक्षण एवं औषधीय वितरण कार्यक्रम के दौरान 70 से अधिक छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा यदि किसी में कोई कमी पाई गई तो उनको निशुल्क औषधीय वितरण किया गया।
कार्यक्रम समन्वयक प्रो. बिंदु शर्मा ने बताया शासन के निर्देशानुसार पूरे सप्ताह मिशन शक्ति के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। इसी के तहत सोमवार को मिशन शक्ति अभियान 2021 के तहत स्वास्थ परीक्षण एवं औषधीय वितरण कार्यक्रम का आयोजिन किया गया था।
सात मार्च तक कार्यक्रमों की श्रृंखला चलेगी। हर दिन अलग विषय पर कार्यक्रम या फिर गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर जिला अस्पताल डॉक्टरों की टीम का विशेष सहयोग रहा। संयुक्त निदेशक डॉ. संगीता गुप्ता, एसीएमओ डॉ. पूजा शर्मा, डॉ. रचना, डॉ. सुनीता चौहान, डॉ. निधि आदि मौजूद रहें।