- पीड़ित परिवार से मिले सांसद, खुलासे को लगी चार टीमें खंगाल रही नए-पुराने डकैतों की कुंडली
- ग्रामीणों ने सांसद से की इंस्पेक्टर की शिकायत
जनवाणी संवाददाता |
किठौर: नंगलामल में हुई डकैती में खादी के हस्तक्षेप के बाद खाकी एक्शन मोड में दिख रही है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर घटना के खुलासे के लिए चार स्पेशल टीमें गठित की गई हैं। जो स्थानीय स्तर पर बदमाशों की पड़ताल के साथ दूसरे जिलों में भी नये-पुराने डकैतों की कुंडली खंगालेंगी। डकैती में फजीहत की गूंज लखनऊ तक पहुंचने के बावजूद इंस्पेक्टर का रवैया बिल्कुल नही बदला। उसने पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे सांसद को रिसीव करने तक की जहमत नही उठाई। हालांकि हल्का दारोगा मौके पर मौजूद रहा।
शनिवार देररात नंगलामल में किसान शिवम के घर हुई डकैती के बाद सोमवार को गांव पहुंचे सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने पीड़ित परिवार का हाल जाना। इस दौरान पीड़ित के भाई विशाल ने इंस्पेक्टर पर डकैती को चोरी में दर्ज कराने के दबाव की बात दोहराई तो ग्रामीणों ने इंस्पेक्टर पर अवैध खनन कराने,
लगातार हो रही स्टार्टर, बाइक व पशुओं की चोरियों की रिपोर्ट दर्ज न करने, बेवजह चालान और काम के लिए थाने में जाने पर अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। कारगुजारी सुन सांसद ने तुरंत एसएसपी को फोन कर कहा कि पुलिस स्टाफ सेंसिटिव नही है। इंस्पेक्टर का रवैया महौल बिगाड़ सकता है इसे देख लीजिए।
सांसद ने माना हो रहे अपराध
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने ग्रामीणों को शांत करते हुए कहा कि योगी सरकार जीरो टोलरेंस की नीति पर काम कर रही है। वारदात के तुरंत बाद एसएसपी, आईजी, एडीजी का मौके पर आना इसका सबूत है, लेकिन मुंडाली व किठौर में अपराध अनियंत्रित हैं। नंगलामल में एक ही ढ़ंग से हुई तीन डकैती इसका साक्ष्य है कि पुलिस अपराध नियंत्रण में नाकाम है।
कहा पुलिस अपराध को छुपाने के बजाय सटीक और त्वरित कार्रवाई करे। कई बार पता होने के बावजूद पुलिस अपराधी पर कार्रवार्ई नही करती। जिससे अपराध को बढ़ावा मिलता है। कहा कि डकैती प्रकरण में पीड़ित पर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के दबाव का मामला अक्षम्य है।
रिश्वत मांगता है लेखपाल
ग्रामीणों ने लेखपाल संजय त्यागी पर भी विरासी संपत्ति में नामदर्ज करने के एवज में रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। जिस पर सांसद ने तहसीलदार रामेश्वर दयाल को फोन कर लेखपाल पर कार्रवार्ई की बात कही।
एक्शन मोड में खाकी
सांसद की दखल से मामला लखनऊ तक गूंजने के बाद पुलिस प्रशासन एक्शन मोड में है। सीओ रुपाली राय ने बताया कि घटना के पटाक्षेप के लिए चार विशेष टीमें लगाई गई हैं। जो स्थानीय बदमाशों के साथ आसपास के जिलों के लुटेरे व छिनैती गिरोह की कुंडली खंगाल रही हैं। बताया कि हाल ही में देवबंद, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद में इस तरह की वारदात हुई हैं। वहां पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर बदमाशों तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा।
नंगलामल की पूर्व की डकैती में जेल जा चुके बदमाशों की भी पड़ताल कराई जा रही है। पुलिस सीसीटीवी कैमरे खंगालने के साथ बीटीएस लेने पुराने बदमाशों, दो-तीन महीने में शिवम के घर आने वाले अनभिज्ञ लोगों की भी पड़ताल में लगी है। प्रियंका दो महीने में किस रिश्तेदारी में गई, पानी के बहाने घर आने वाला सड़क का मजदूर, 10 दिन पूर्व प्रीति से घंटों बात करके जाने वाला कपड़ा विक्रेता सब जांच के दायरे में हैं।