Sunday, June 4, 2023
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HomeUttar Pradesh NewsMeerutमदरसों को खाड़ी देशों में फंडिंग के सुबूत !

मदरसों को खाड़ी देशों में फंडिंग के सुबूत !

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  • मदरसा बोर्ड की परीक्षाओं के बाद कस सकता है शिकंजा
  • मदरसा संचालकों में जबरदस्त हड़कम्प

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: उत्तर प्रदेश के कई मदरसों को खाड़ी सहित कई अन्य देशों से फंडिंग होने के सुबूत सरकार को मिले हैं। सरकार अब ऐसे मदरसों के खिलाफ सीधी कार्रवाई का मन भी बना रही है। इस समय उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद् की परीक्षाएं चल रही हैं और सूत्रों के अनुसार परीक्षाएं समाप्त होने के बाद सरकार ऐसे मदरसों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।

उधर, मेरठ में भी कुछ ऐसे मदरसों के सुबूत मिले हैं जिनमें बाहर से पैसा आता है। सरकार इन सब मदरसों के खिलाफ कार्रवाई का खाका तैयार करने में जुट गई है और मदरसा बोर्ड की परीक्षाओं के बाद प्रस्तावित कार्रवाई में पुलिस की मदद भी ली जा सकती है। सूत्रों के अनुसार यूपी में लगभग 4 हजार मदरसों में विदेशी फंडिंग के सुबूत मिले हैं। इनमें खाड़ी देशों के अलावा नेपाल व बंगला देश से भी फंडिंग की बात सामने आई है।

दरअसल, नवम्बर 2022 में सरकार ने गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को लेकर 12 बिन्दुओं पर एक सर्वे कराया था जिसमें 8 हजार 441 मदरसे बिना मान्यता के चलते मिले थे। उस समय तो सरकार ने थोड़ी ढिलाई बरती थी जिसके बाद मामला ठण्डे बस्ते में जाता दिख रहा था लेकिन सोमवार को अचानक उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल के मदरसों में हो रही विदेशी फंडिंग एवं गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को लेकर दिए गए बयानों के बाद मदरसा संचालकों में हड़कम्प की स्थिति है।

पूर्व में भी मदरसों की आय को लेकर जब सवाल खड़े किए गए थे तब भी यही कहा गया था कि मदरसों में आने वाला पैसा चंदे और जकात का होता है। हांलाकि कई लोगों का मानना है कि चंदे और जकात का पैसा यकीनन मदरसों में आता है लेकिन इसके अलावा भी कई मदरसों में विदेशी फंडिंग के सुबूत मिल रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार मेरठ में भी कुछ मदरसों में विदेश से पैसा आने की बात कही गई है। हांलाकि यह सब बारीकी से जांच का विषय है लेकिन अब इस पूरे मुद्दे पर सरकार का क्या रूख रहेगा यह मदरसा बोर्ड की परीक्षाओं के बाद साफ हो जाएगा।

हर्रा में मदरसे में विवाद का जिन्न बोतल से फिर बाहर

सरूरपुर: कस्बा हर्रा स्थित जामिया इस्लामिया अरबिया की प्रबंधन कमेटी के विवाद का। जिन्न फिर बोतल से बाहर आ गया है। इसे लेकर एक पक्ष ने मदरसे के प्रबंधक पर आरोप प्रत्यारोप करते हुए कार्यालय में ताला जड दिया। वहीं, बढ़ते विवाद को लेकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करते हुए अस्थाई प्रबंधक कमेटी बनाते हुए फिलहाल विवाद को शांत करा दिया। साथ ही दोनों पक्षों को मुचलका पाबंद करने की चेतावनी दी है।

गौरतलब है कि सोमवार को हर्रा स्थित इस्लामिया बड़े मदरसे में प्रबंधन कमेटी में एक बार फिर से विवाद शुरू हो गया। मदरसा के बंटवारे को लेकर बढ़ते विवाद के कारण एक पक्ष ने वर्तमान प्रबंधक पर गबन का आरोप लगाते हुए मदरसे के कार्यालय पर ताला जड़ दिया। मामले को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। इस बीच सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मदरसे के कार्यालय पर लगे ताले की चाबी अपने कब्जे में ली।

साथ ही पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने पर बुलाया। जहां दोनों पक्षों ने पुलिस के समक्ष मदरसे के दस्तावेज रखे। इस मामले को लेकर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मदरसे के वर्तमान प्रबंधक को अस्थाई रूप से हटाते हुए मदरसे की अस्थाई प्रबंधक कमेटी बनाई। जिस पर मदरसे के सुचारु रूप से संचालित रखने की जिम्मेदारी दी गई है। मदरसे में बढ़ते विवाद को लेकर कुछ महीने पहले बड़ा फसाद भी हो गया था

जिसमें ईंट पत्थर जमकर चले थे और कई लोग घायल भी हुए थे। इसी मदरसे के विवाद का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है और फिर एक बार तकरार बढ़ने के साथ विवाद बढ़ गया है। हालांकि इस बार पुलिस मामले को लेकर अलर्ट मोड पर है। इसे लेकर थाना प्रभारी निरीक्षक अरुण मिश्र ने बताया की मदरसे में हुए विवाद को फिलहाल शांत करा दिया है। साथ ही अस्थाई रूप से शिक्षण कार्य सुचारु रुप से चालू कराया गया है। वहीं, दोनों पक्षों को मुचलका पाबंद करने की चेतावनी दी है।

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