- …बस वैक्सीन का इंतजार, राजधानी के लोगों को कोरोना का टीका लगाने का ये है प्लान
जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: भारत दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की तैयारी करने में जुटा है। सभी राज्यों में वैक्सीन के स्टोरेज, वितरण और टीकाकरण को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। वैक्सीन की कोल्ड चेन को बनाए रखने के लिए डीप फ्रीजर और दूसरे साधनों का इंतजाम किया जा रहा है।
ब्रिटेन और अमेरिका समेत कई देशों में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हो चुकी है। भारत में भी कोरोना वैक्सीन के आने का बेसब्री से इंतजार है। सभी राज्यों में वैक्सीन के स्टोरेज, वितरण और टीकाकरण को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। वैक्सीन की कोल्ड चेन को बनाए रखने के लिए डीप फ्रीजर और दूसरे साधनों का इंतजाम किया जा रहा है। वैक्सीनेशन ड्राइव को अंजाम देने के लिए चुने गए स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना वैक्सीनेशन की ये है…
- कुल 29 हजार कोल्ड चेन
- 240 वॉक इन कूलर
- 70 वॉक इन फ्रीजर
- 45 हजार रेफ्रिजरेटर
- 41 हजार डीप फ्रीजर
- 300 सोलर रेफ्रिजरेटर
दिल्ली में वैक्सीन रखने के लिए 609 कोल्ड चेन पॉइंट्स तैयार हैं। जहां डीप फ्रीजर, रेफ्रिजरेटर, वॉकिंग कूलर, वैक्सीन कैरियर, थर्माकोल कैरियर जैसे उपकरण पहुंच चुके हैं। ये कोल्ड स्टोरेज दिल्ली के बड़े सरकारी अस्पतालों से लेकर मोहल्ला क्लिनिक तक में तैयार किए गए हैं। इनके मैनेजमेंट के लिए 1800 स्वास्थ्य कर्मचारियों की ट्रेनिंग भी पूरी हो चुकी है।
दिल्ली में कोरोना की जितनी भी वैक्सीन आएंगी, वो सबसे पहले राजीव गांधी मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में पहुंचाई जाएंगी। यहां -40 डिग्री पर स्टोर करने की फैसिलिटी है। यहीं से फिर पूरी दिल्ली में बांटी जाएंगी।
वैक्सीन स्टोरेज के साथ-साथ, वैक्सीनेशन ड्राइव को अंजाम देने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम भी लगभग फाइनल स्टेज में पहुंच चुके हैं। जिसके लिए 3500 स्वास्थ्य कर्मचारियों को चिह्नित किया गया है। इनमें से करीब 600 स्वास्थ्यकर्मी प्राइवेट सेक्टर से हैं।
दिल्ली के टीकाकरण अधिकारी पहले ही केंद्र से प्रशिक्षण ले चुके हैं और वो अब स्वास्थ्यकर्मियों को राज्य स्तर पर ट्रेनिंग दे रहे हैं। चुने गए स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन देने की ट्रेनिंग के अलावा वैक्सीन स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन से जुड़ा प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
दिल्ली सरकार द्वारा नियुक्त पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. सुनीला गर्ग ने बताया कि 3500 स्वास्थ्यकर्मियों को चिह्नित किया गया है। इसमें से 1800 कोल्ड चेन पर रहेंगे। 600 प्राइवेट अस्पताल और 200 कैंट अस्पताल पर रहेंगे। 600 स्वास्थ्यकर्मी कोल्ड चेन पॉइंट्स को मॉनिटर करने के लिए मेडिकल अफसर ट्रेंड करेंगे।
कोरोना महामारी से जंग लड़ती दिल्ली की वैक्सीन वाली ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। वैक्सीन आते ही पहले चरण में जिन हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी, उनके नाम, पते और डिटेल्स भी नोट किए जा चुके हैं।
स्टेट कोविड टास्क फोर्स के सदस्य सुनील सिंघल ने बताया, ‘अनुमान है दिल्ली में करीब डेढ़ लाख लोग हेल्थ केयर से जुड़े हैं। फर्स्ट फेज में उन्हें टीका लगेगा। सेकंड फेज में 50-60 साल के लोगों को थर्ड फेज में आम लोगों को लगेगा।’