- लूट की तहरीर देने गए होमगार्ड पुत्र का ही कर दिया चालान
- होमगार्ड बोले-जब खाकी के साथ खाकी का यह हाल है तो आम आदमी के साथ कैसा करते होंगे सलूक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मारपीट कर मोबाइल लूट की तहरीर देने थाना इंचौली पहुंचे होमगार्ड पुत्र को ही पुलिस ने चालान कर दिया। आज सोमवार को युवक के होमगार्ड पिता को मवाना से उसकी जमानत करानी पड़ी। इसलिए कहना पड़ रहा है कि अजब इंचौली पुलिस के गजब कारनामे। दरअसल, हुआ यह कि इंचौली थाना के गांव नवीपुर में विकास परचून की दुकान चलाते हैं। विकास के पिता सलेक चंद होमगार्ड हैं।
इन दिनों उनकी डयूटी थाना मेडिकल पर चल रही है। गांव के किशन उर्फ हाथी का पुत्र शिवम कुछ परचून की दुकान से कुछ सामान उधार ले गया था। यह सामान शिवम की एक रिश्तेदार महिला ने मंगवाया था। बताया जाता है कि उस रिश्तेदार महिला ने तो किराने का सामान लाने के पैसे दिए थे, लेकिन वो पैसे बजाए सामान लेकर परचून के दुकानदार को देने के बजाए उसने खर्च कर दिए।
दो दिन पहले दुकान पर बैठी विकास की बहन ने जब उधार की रकम को लेकर तकादा किया तो बजाए उधार चुकाने के उससे गाली-गलौज की गयी। जब विकास दुकान पर पहुंचा तो उसकी बहन ने उधार चुकाने को तकादा किया, लेकिन बजाय उधारी चुकाने के उससे गाली गलौच की गयी।
कुछ देर बाद जब विकास दुकान पर लौटा तो उसकी बहन से सारी बात बतायी। वहीं, इस संबंध में जब इंस्पेंक्टर इंचौली सूर्यदीप विश्नोई से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि मामला दो पक्षों में मारपीट का है। जिसमें 151 में चालान किया गया है। लूट जैसी कोई बात नहीं है।
मारपीट कर लूटा मोबाइल
उधार के पैसों का तकादा करने के लिए शिवम फिर किशन के घर की ओर चल दिया, लेकिन रास्ते में उसको तीन चार लोग मिले। उन्होंने उसको रोक लिया और मारपीट शुरू कर दी। उससे मोबाइल छीन लिया। इसके बाद भी विकास सीधा किशन के घर पहुंचा तो तकादा किया। उसने कहा कि यदि उसका मोबाइल नहीं दिया
तो वह यहां खड़ी बाइक ले जाएगा जब उसका मोबाइल वापस कर दोंगे तभी बाइक भी दे देगा, लेकिन आसपास मौजूद लोगों ने समझा-बुझाकर उसको वहां से वापस भेज दिया। विकास से पूरे मामले की जानकारी अपने होमगार्ड पिता को दी। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ थाना इंचौली पर पहुंचकर तहरीर दे दे।
कार्रवाई के बजाय थाने में बैठाया
विकास की तहरीर पर बजाय कार्रवाई करने के इंचौली पुलिस ने उसको वहीं बैठा लिया। जब वह काफी देर तक घर नहीं लौटा तो उसके पिता थाने पर पहुंच गए। उन्होंने थाने पर बैठाने का कारण पूछा तो बताया गया कि दूसरे पक्ष को भी बुलाया गया है। दोनों की बात करनी है, थोड़ी देर में घर भेज दिया जाएगा। परिवार वाले घंटों इंतजार करते रहे, लेकिन थाने से विकास को नहीं छोड़ा। जब संपर्क किया गया तो बताया गया कि सुबह आकर ले जाना।
कर दिया चालान
होमगार्ड सलेक चंद ने बताया कि जब वह सुबह करीब 9 बजे अपने पुत्र को थाने से लेने पहुंचे तो वहां मौजूद इंस्पेक्टर इधर उधर की बातें करने लगे, लेकिन उनके बेटे विकास को छोड़ने की बात नहीं की। बाद में उनसे कहा कि मवाना से अपने लड़के की जमानत करा लें। यह सुनकर होमगार्ड पिता के पैरों तले से जमीन खिसक गयी। उनका कहना था कि मारपीट भी उनके पुत्र से की गयी
और मारपीट करने वालों ने मोबाइल भी उसकी का लूट लिया। पुलिस ने चालान भी जिससे लूट हुई उसकी का कर दिया। जब खाकी का खाकी के साथ ऐसा बर्ताब है तो फिर आम आदमी के साथ इंचौली पुलिस कैसा सलूक करती होगी इसका अंदाजा लगाया जा कसता है। उन्होंने बताया कि मामले की एसएसपी से शिकायत करेंगे।