Saturday, September 30, 2023
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चंद्रशेखर से योगेश की मुलाकात के निकाले जा रहे कई निहितार्थ

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  • सहारनपुर चंद्रशेखर से मिलने पहुंचे पूर्व विधायक योगेश वर्मा

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर पर हुए हमले के बाद पूर्व विधायक योगेश वर्मा उनके आवास छुटमलपुर पहुंचे। उनकी कुशलक्षेम जानी। एक घंटे तक बंद कमरे में उनके साथ गुफ्तगू की। उनकी मुलाकात के कई कयास लगाये जा रहे हैं। दोनों दलित नेता हैं तथा 2 अपै्रल आंदोलन की योगेश वर्मा ने अगुवाई की थी। योगेश वर्मा की दबंग नेता की छवि हैं। उन्होंने कहा कि हमारे समाज की लड़ाई जो लड़ रहे हैं, वो टारगेट पर हैं। जिन्होंने हमला किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि आगे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो।

गत दिनों सहारनपुर में चन्द्रशेखर पर हुए जानलेवा हमले की घटना के बाद कई वरिष्ठ नेताओं का उनसे मिलने के लिए घर पर तांता लगा हुआ है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की दलित राजनीति में दखल रखने वाले पूर्व विधायक योगेश वर्मा भी रविवार दोपहर बाद चन्द्रशेखर से मिलने छुटमलपुर आवास पर पहुंचे। पूर्व विधायक ने चन्द्रशेखर से पूरी घटना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। चन्द्रशेखर ने पूर्व विधायक योगेश वर्मा को अपने ऊपर हुए कातिलाना हमले के बारे में बताया। उन्होंने घटना के समय हुए हमले की वीडियो भी दिखाई।

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करीब एक घंटे तक पूर्व विधायक योगेश वर्मा की चन्द्रशेखर से हुई गुफ्तगू के कई मायने निकाले जा रहे हैं। दोनों दलित नेताओं के बीच बंद कमरे में बातचीत, कुछ तो राजनीति की बिसात पर गोटियां बिछाई जा रही हैं। पूर्व विधायक ने चन्द्रश्ोखर से कहा कि वह हर वक्त उनके साथ हैं। चन्द्रशेखर ने पूर्व विधायक के आगमन पर उनका आभार व्यक्त किया, वहीं पूर्व विधायक योगेश वर्मा के पहुंचने से पहले ही आजम खान भी चन्द्रशेखर से मिलने आये थे। काफी देर तक दोनों नेताओं ने चन्द्रशेखर से उनकी कुशलता के बारे में चर्चा की।

पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने कहा कि चन्द्रशेखर हमेशा से दलित पिछड़ों की लड़ाई लड़ रहे हैं। जो इस समाज के अधिकारों की लड़ाई लड़ेगा। वह हमेशा ऐसे लोगों के टारगेट पर रहेगा। उन्होंनें कहा कि दलितों के हक की लड़ाई लड़ने पर ही उन्हें दो अप्रैल की घटना में प्रदेश सरकार ने जेल में डाल दिया था। उन पर रासुका के तहत कार्रवाई तक की गई थी, सरकार ऐसा करके उनका उत्पीड़न तो कर सकती हैं, लेकिन दलितों की आवाज को दबा नहीं सकती। योगेश वर्मा अपनी पूरी टीम के साथ चन्द्रशेखर के घर छुटमलपुर पहुंचे थे। उनके साथ राहुल गौतम, मनीष अहलावत आदि मौजूद रहे।

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