जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: मिशन 2024 को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पूरी तैयारी में हैं। इसके लिए वह कुछ भी कर गुजरने की रणनीति पर लगातार काम कर रहे हैं। सीएम योगी जाति जनगणना की काट के लिए पिछड़े वर्ग को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसका असर योगी सरकार 2.0 के बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार में देखने को मिल सकता है। यह विस्तार दिपावली से पहले संभावित है।
मंत्रिमंडल विस्तार में सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, घोसी से उपचुनाव हारे पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान को जगह मिलना तय माना जा रहा है। इनके अलावा एक दो नए चेहरों को भी जगह मिल सकती है, जो दारा सिंह और ओमप्रकाश की तरह पिछड़े वर्ग से आएंगे।
मालूम हो कि इस वर्ष जुलाई में सुभासपा के एनडीए में और सपा के पूर्व विधायक दारा सिंह चौहान के भाजपा में शामिल होने के बाद से मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा चल रही है।
सूत्रों के मुताबिक, अब तक मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी में सैद्धांतिक सहमति नहीं बन पा रही थी। लेकिन विपक्षी दलों की ओर से जाति जनगणना के मुद्दे को हवा देने के बाद भाजपा नेतृत्व पिछड़े वोट बैंक को लेकर चिंतित है। बीते सप्ताह मुख्यमंत्री योगी की गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई मुलाकात में राजभर और नोनिया समाज को साधने के लिए ओमप्रकाश और दारा सिंह को मंत्री बनाने पर चर्चा हुई है।
इसी तरह आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जातीय समीकरण साधने के लिए एक-दो और मंत्री बनाए जाने पर सहमति बनी है। ओमप्रकाश राजभर सात नवंबर तक मंत्रिमंडल विस्तार की बात कह चुके हैं।