जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चमोली के तपोवन में ग्लेशियर टूटने से हुए भीषण हादसे में फंसे कसेरुखेड़ा के चार युवकों को सेना के हेलीकॉप्टर से तपोवन लाया गया। वहीं एक युवक की तबीयत बिगड़ गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवकों के शुक्रवार को मेरठ पहुंचने की संभावना है। परिवार में खुशी का माहौल है और युवकों के आने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।
रविवार को चमोली में ग्लेशियर टूटने से सैलाब आ गया था और 200 से अधिक लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं। कसेरुखेड़ा के भी चार युवक रोहित पुत्र जगबीर, अतुल पुत्र टिनी, बालकराम पुत्र शेरसिंह व प्रदीप पुत्र लक्ष्मण भी चमोली में फंस गए थे।
हादसे के बाद से ही चारों युवको की परिवार से बात नही हो रही थी, लेकिन मंगलवार को परिवार के पास रोहित का फोन आया तो परिवार में खुशियां झलक पड़ी। रोहित ने अपनी बहन नीतू प्रजापति से बात की और अपने सकुशल होने का समाचार दिया, साथ ही उसके साथ क्षेत्र के ही तीनों युवकों के भी सकुशल होने की बात कही। रोहित से फोन पर बात होने के बाद पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।
बहन नीतू नें बताया कि रोहित इस समय आर्मी के बेसकैंप तपोवन में है और शुक्रवार को वह अपने साथियों के साथ मेरठ पहुंच जाएगा। ठेकेदार सौरभ प्रजापति ने बताया कि चारों युवकों के सही सलामत होने से खुशी का माहौल है और परिवार के लोगों को बधाइयां मिलनी शुरु हो गई है।
सुपरवाइजर रोहित प्रजापति ने बताया कि जिस जगह ग्लेशियर टूटा उससे 10 किमी ऊपर की तरफ मेरठ के युवक काम कर रहे थे। बोल्डरों के गिरने और मलवे की आवाज 10 किमी दूर से सुनाई दे रही थी इस कारण सभी लोग टावर से चिपक गए थे ताकि जान बच सके। रविवार सुबह से लेकर बुधवार शाम पांच बजे तक युवकों को खाने के लाले पड़ गए थे और भूख के मारे इनका बुरा हाल था। सेना इन लोगों को रेस्क्यू करने के लिये लगातार प्रयास कर रही थी।