- केसरिया हिंदू वाहिनी संगठन (युवा) का हुआ चुनाव
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: केसरिया हिन्दू वाहिनी संगठन के जिलाध्यक्ष पद के लिए शामली समिति के तत्वाधान में आॅनलाइन वोटिंग की गई। जिसमें सभासद निशिकांत संगल ने पूरी मेहनत के साथ दम-खम दिखाया और पद के लिए 3 प्रत्याशियों ने भाग लिया। निशिकांत संगल ने प्रेसनोट जारी करते हुए बताया कि सर्वाधिक वोटिंग 1965 निशीकांत संगल को प्राप्त हुई।
उसके बाद दूसरे नंबर पर डा़ नितिन वत्स 1639 रहे और तीसरे स्थान पर अविनाश शर्मा 149 को प्राप्त हुए। निशिकांत संगल ने 326 वोट से डा. नितिन वत्स को पराजित किया।
किंतु आॅनलाइन वोटिंग कराने वाले केसरिया हिंदू वाहिनी संगठन संस्थापक अतुल मिश्रा ने मोबाइल नंबर द्वारा नितिन वत्स को हार के बाद भी विजय प्रत्याशी का प्रमाण-पत्र दिया गया। जिससे आॅनलाइन वोटिंग में भाग लेने वाले समस्त वोटरों और कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त हो गया।
सभी का कहना है कि यदि इस प्रकार की भेदभाव पूर्ण नीति करानी थी तो आॅनलाइन वोटिंग का कोई औचित्य नहीं रह जाता है। इससे न केवल आॅनलाइन वोटिंग प्रक्रिया को धब्बा लगा है। अपितु संगठन के पदाधिकारियों के प्रति वोटरों में भारी रोष है।
जब इस मामले की जानकारी अतुल मिश्रा को हुई तो उन्होंने अपनी गलती स्वीकारते हुए विजेता निशिकांत संगल को प्रमाण दिया। जिसके बाद से निशिकांत संगल के समर्थकों व वोटरों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा।