- अभिभावकों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने को लगेंगी चौपालें
जनवाणी ब्यूरो |
बिजनौर: डीएम ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान लम्बे समय तक बच्चों के लिए विद्यालय बन्द होने के कारण उनकी दक्षताओं पर पड़ेन वाले प्रतिकूल प्रभाव के कारण उनको शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रेरणा ज्ञानोत्सव के अंतर्गत 100 दिवसीय अभियान चलेगा। अभिभावकों एवं जन समुदाय को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए चौपालें लगेंगी।
डीएम रमाकांत पाण्डेय बुधवार को विकास भवन के सभागार में जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जानकारी उपलब्ध करा रहे थे। उन्होनें कहा कि कोरोना कॉल के दौरान स्कूलों के बंद होने के कारण शिक्षा गहण करने से वंचति रहने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना और उनमें नए उत्साह और जोश के साथ पुन: शिक्षा के लिए प्रेरित किया जाना है।
ताकि उनकी शिक्षा के स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव को समाप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान के दौरान विद्यालयों की प्राथमिक कक्षाओ में अपेक्षित अधिगम स्तर को प्राप्त करने के लिए राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा विकसित विशेष माड्यूल समृद्व हस्तपुस्तिका पर आधारित रिमिडियल शिक्षण संचालित की जाएगी। विद्यालयों द्वारा प्रत्येक गांव एवं मोहल्लों में शिक्षा चौपालों का आयोजन किया जाएगा।
जिसमें एसएमसी के समस्त सदस्य, अभिभावकगण एवं समुदाय के लोगों का क्रमवार प्रतिभाग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा अभिभावकों, जन समुदाय एवं शिक्षकों को प्रेरणा लक्ष्य के संबंध में सभी की जागरूकता के लिए सामुहिक शपथ ग्रहण कराई जाएगी।
डीएम ने बीएसए को निर्देश दिए कि प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान का संचालन पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ कराएं ताकि इसका मूल उद्देश्य पूरा हो सके। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी केपी सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए वी पी श्रीवास्तव, बेसिक शिक्षा अधिकारी महेश चंद्र, जिला पंचायत राज अधिकारी सतीश कुमार, उप जिला मजिस्ट्रेट परमानन्द झा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
वहीं डीएम ने कहा कि 15 मार्च से पूर्व सभी स्कूलों में अपूर्ण कार्य पूरा कराया जाना सुनिश्चित करें। पंचायत सचिव, निर्धारित अवधि तक कार्य पूरा न करने वाले सचिवों के विरूद्धअनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए विशेष शौचालय एवं रैम्प प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में पांच केवी के सोलर पैनल स्थापना के लिए कार्ययोजना तैयार की जाए।