- तत्कालीन ईओ ने की उच्चाधिकरियों से शिकायत
जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ/हापुड़: शहर के बीचों बीच कई वर्षो से विवादित नगर पालिका परिषद की नेहरू चौक बिजली घर के बराबर में 99 वर्ग मीटर पर अधबनी करोड़ों रूपये की बिल्डिंग को कौड़ियों में सौदेबाजी की तैयारी जोरों पर चल रही है। जिसमें तत्कालीन ईओ ने उक्त बिल्डिंग मामले को फिर से गर्म कर दिया है।
आपको बता दें कि तत्कालीन अधिशासी अभियंता रहे मशूद अहमद ने नगर पालिका सहित उच्चधिकारियों को पत्र लिखकर उक्त मामले में नगर पालिका परिषद की नेहरू चौक बिजली घर के बराबर में 99 वर्ग मीटर में बनी करोड़ों की तीन मंजिला इमारत को पालिका बोर्ड बैठक में लाकर उसे कौड़ियों के भाव बेचने की तैयारी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिल्डिंग नियमों के विरूद्ध बनाई गई है।
उसका ध्वस्तीकरण किया जाये। जिसके बाद से नगर पालिका प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है। क्योंकि, सूत्रों की मानें तो बिल्डिंग के करोड़ो रूपये इस खेल पर पूर्व ईओ के पत्र ने पानी फेर दिया और करोड़ो रूपये की सरकारी सम्पत्ति को कौड़ियों में सौदेबाजी पर ग्रहण सा लगता नजर आ रहा है।
यूं तो नगर पालिका परिषद पिछले कई वर्षो से करोड़ो रूपये के भ्रष्टाचार में शह मात का खेल चल रहा है क्योंकि, पालिका अध्यक्ष भाजपा से आते हैं और प्रदेश में भाजपा की सरकार है। कहीं ना कहीं योगी सरकार को गुमराह कर अपने नगर पालिका के भ्रष्टाचार के खेल पर पर्दा डाल रहे हैं।
मगर, एक मुहावरा है कि बकरे मां कब तक खैर मनायेगी। पिछले पांच वर्षो से नगर पालिका में चल रहे भ्रष्टाचार का खेल अब परत दार परत खुलनी शुरू हो गई है। जिसको लेकर नगर पालिका के कर्मचारी एवं अधिकारी परेशान हैं। वहीं उक्त मामले में जब कर निर्धारण अधिकारी अवधेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें उक्त मामले की कोई जानकारी नही है।
जबकि तत्कालीन ईओ मशूद अहमद ने लिखित में शिकायत की है। तो उन्हे कैसे जानकारी नहीं है। क्या कोई खिचड़ी तो नहीं पक रही है। अवधेश कुमार ने कहा कि ऐसे प्रस्ताव को बोर्ड में लाने व रखने का अधिकार पालिका अध्यक्ष एवं ईओ को होता है। आप उनसे जानकारी करें मुझे इस बारे में कोई जानकारी नही है। कह कर पल्ला झाड़ लिया।