Monday, June 16, 2025
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संक्रमण की अलग-अलग रिपोर्ट से शिवसेना नेता की मौत पर सवाल

  • जिला विद्यालय निरीक्षक संक्रमण की चपेट में आफिस के स्टाफ में हड़कंप सभी की होगी पूल सैंपलिंग

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: कोरोना संक्रमण की अलग अलग रिपोट ने शिवसेना के उप प्रमुख चेतन शर्मा की मौत पर सवाल खडेÞ कर दिए हैं। उनकी आज उपचार के दौरान सुभारती में मौत हो गयी। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत उनका शव पीपीई किट की तीन लेयर में सील कर परिजनों को सौंप दिया गया।

इतना ही नहीं परिजनों को शव को घर न ले जाकर सूरजकुंड पर ही अंतिम संस्कार कर देने की हिदायत दी गयी। परिजनों ने किया भी वैसा ही। शिवसेना नेता की कोरोना सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दो अक्टूबर को उन्हें मेडिकल में भर्ती कर दिया गया। मेडिकल में भर्ती होने के बाद उनका एक और सैंपल टेस्ट के लिए भेजा गया।

संगठन के प्रांतीय नेता धर्मेंद्र तोमर ने बताया कि मेडिकल में जब दूसरा टेस्ट कराया तो रिपोर्ट निगेटिव आयी। उसके बाद उन्हें कोरोना आइसोलेशन वार्ड से इमरजेंसी में शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन वहां उपचार को लेकर बरती जा रही लापरवाही के चलते परिजनों ने चेतन को गंगानगर स्थित आईआईएमटी लाइफलाइन में भर्ती करा दिया, लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ।

उसके बाद बाइपास स्थित सुभारती में भर्ती करा दिया गया। सुभारती में उन्हें दो दिन वेंटिलेटर पर रखा गया। वहां भी उनका एक टेस्ट कराया जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी। रविवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गयी। अस्पताल के स्टाफ ने चेतन का शव कोरोना प्रोटोकॉल के तहत तीन लेयर पैकिंग कर सौंपा।

साथ ही शव को घर न ले जाने की हिदायत दी। सवाल पूछा जा रहा है कि जब दो बार सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आ गयी तो परिजनों को शव को घर ले जाने की अनुमति क्यों नहीं दी गयी। इतना ही नहीं पीपीई किट की तीन लेयर में शव को क्यों सील पैक किया गया। चेतन की सैंपल रिपोट पर सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्राइवेट इलाज जहां कराया गया है वहां कि चिकित्सक ही इसका सही उत्तर दे सकते हैं।

जिविनि गिरजेश चौधरी कोरोना पॉजिटिव

जिला विद्यालय निरीक्षक गिरजेश चौधरी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उनके संक्रमित होने की खबर से स्टाफ में हड़कंप मचा हुआ है। बताया गया है कि उनके कार्यालय के स्टाफ के सैंपल के लिए पूल टेस्ंिटग करायी जाएगी। साथ ही पिछले चार दिनों के दौरान जो लोग संपर्क में आए हैं। उनको भी कोरोना टेस्ट कराने की सलाह दी गयी है। जिन अधिकारियों से गिरजेश चौधरी मिले हैं, उनके भी कोरोना टेस्ट कराए जाने हैं।

बगैर लाइसेंस चल रहे नर्सिंग होम बने जानलेवा

बगैर लाइसेंस संचालित किए जा रहे प्राइवेट नर्सिंग होम मरीजों के लिए बूचड़खाना बन चुके हैं। ऐसे ही बगैर लाइसेंस संचालित किए जा रहे हापुड़ रोड स्थित शुभकामना नर्सिंग होम में हरिद्वार निवासी अख्तर पुत्र छिद्दा नाम के शख्स की रविवार को उपचार के दौरान मौत हो गयी।

युवक को शनिवार को भर्ती कराया गया था। मृतक के पुत्र मुजीद ने बताया कि डाक्टरों ने इलाज में लापरवाही बरती। गंभीर आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर हंगामा किया।

हालांकि नर्सिंग होम संचालकों ने बाद में पूरा मामला मैनेज कर लिया। परिजनों को डरा दिया गया कि यदि हंगामा करोगे और पुलिस आ गयी तो शव का पोस्टमार्टम होगा। कानूनी लिखा पड़ी में फंस जाओगे। बताया गया है कि हरिद्वार निवासी शख्स पहले से फालिज से पीड़ित था।

शनिवार को अचानक उसकी तबियत बिगड़ने के चलते यहां भर्ती कराया गया था। परिजनों का कहना है कि डाक्टरों के बजाए वहां वार्ड ब्वॉय इलाज कर रहे थे, जिसके चलते उनकी मौत हो गयी। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के चलते स्वास्थ्य विभाग की इन्फेक्शन प्रिवेंशन टीम ने शुभकामना नर्सिंग होम पर छापा मारा था।

वहां गंभीर खामियां व लापरवाही पकड़ी गयी थीं। आईएमए के सचिव व छापा मारने वाली टीम के प्रभारी डा. अनिल नौसरान की रिपोर्ट के बाद सीएमओ ने इस नर्सिंग होम के संचालन का लाइसेंस निरस्त कर दिया था, लेकिन आरोप है कि बगैर लाइसेंस के ही नर्सिंग होम को संचालित किया जा रहा है।

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