जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कमलरुख को लेकर खबर है की वाजिद के देहांत के बाद उनके ससुराल के लोग जबरदस्ती इस्लाम धर्म कबूलने के लिए कह रहे हैं। कमलरुख ने वाजिद के परिवार पर उत्पीड़न के आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने अपने एक लेटर के जरिये बताया है कि वह पारसी हैं और उनके पति वाजिद मुस्लिम। अब उन्हें धर्म परिवर्तन जैसी बातों का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले पर कंगना ने अपना रिएक्शन देते हुए कुछ ट्वीट किये हैं।
एक्ट्रेस कंगना रनौत को उनकी बेबाकी के लिए जाना जाता है। कंगना रनौत किसी भी मामले पर बोलने से नहीं चूकती हैं। महाराष्ट्र सरकार से सीधी टक्कर लेने वाली कंगना ने अब पारसी लोगों के बारे में बड़ी बात कह दी है। असल में कंगना रनौत ने दिवंगत सिंगर वाजिद खान की पत्नी कमलरुख की परेशानियों की खबर पर अपना रिएक्शन दिया है।
Parsis are the genuine minority in this nation, they did not come as invaders they came as seekers and gently requested for mother India’s love. Their small population have hugely contributed to the beauty- growth and economy of this nation ( cont) https://t.co/5hkLcKSeEy
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) November 29, 2020
Reveals India’s own character as a mother, child who does most drama unfairly gets most attention and advantages. And the one who is worthy, sensitive most caring and deserving ends up being a nanny to the one who keeps throwing fits…. we need to introspect #anticonversionbill
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) November 29, 2020
कमलरुख को लेकर खबर है की वाजिद के देहांत के बाद उनके ससुराल के लोग जबरदस्ती इस्लाम धर्म कबूलने के लिए कह रहे है। कमलरुख ने वाजिद के परिवार पर उत्पीड़न के आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने अपने एक लेटर के जरिये बताया है कि वह पारसी हैं और उनके पति वाजिद मुस्लिम अब उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है। इस मामले पर कंगना ने अपना रिएक्शन देते हुए ट्वीट किये हैं।
कंगना रनौत लिखती हैं- इस देश में पारसी सही में अल्पसंख्यक हैं. वह देश पर कब्जा करने नहीं आये थे वह तो तलाश में आये थे और उन्होंने बहुत आराम से भारत माता का प्यार मांगा था। हमारे देश की सुंदरता, वृद्धि और आर्थिक मामलों में उनकी छोटी सी जनसंख्या ने बहुत बड़ा योगदान दिया है।
इसके आगे कंगना वाजिद की पत्नी कमलरुख के लिए लिखती हैं, यह मेरे दोस्त की विधवा हैं जिन्हें परिवार द्वारा परेशान किया जा रहा है। मैं प्रधानमंत्री मोदी से पूछना चाहती हूं कि अल्पसंख्यक लोग जो ड्रामा नहीं करते, किसी का सिर कलम नहीं करते, दंगे और धर्म-परिवर्तन नहीं करते, उन्हें हम कैसे सुरक्षित रखें? पारसियों की कम होती संख्या भारत के कैरेक्टर के बारे में बड़ा खुलासा करती है।
उन्होंने आगे लिखा- मां का वो बच्चा जो सबसे ज्यादा ड्रामा करता है उसे अटेंशन और फायदे मिलते हैं और जो ये सब पाने के लायक है उसे कुछ नहीं मिलता। हमें सोचने की जरूरत है।
बता दें कि वाजिद खान की पत्नी कमलरुख ने एक लेटर में अपनी भावनाएंं व्यक्त की हैं। उन्होंने लिखा है, मैं पारसी थी और वे मुस्लिम थे। हम यूं समझ लीजिए कि कॉलेज स्वीटहार्ट्स थे। यहां तक कि जब हमने शादी की तो स्पेशल मैरिज एक्ट के अंतर्गत की। मैं इस पर अपना अनुभव बताना चाहती हूं कि किस तरह से मुझे इंटरकास्ट मैरिज करने के बाद धर्म के आधार पर भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। ये बेहद शर्मनाक है और सबकी आंखे खोल देने वाला है। अब देखने वाली बात होगी की वाजिद के परिवार की तरफ से इसपर क्या प्रतिक्रिया मिलती है।
वाजिद खान की बात करें तो स्वास्थ्य खराब होने के बाद वाजिद खान को 31 मई 2020 को अस्पताल में एडमिट कराया गया था और अगले ही दिन यानी एक जून, 2020 को वाजिद खान का निधन हो गया। साजिद-वाजिद की जोड़ी ने बॉलीवुड को ना जाने कितने सुपरहिट गाने दिए हैं। वाजिद की मौत पर पूरी फिल्म इंडस्ट्री ने शोक जताया था।