- सपा एमएलसी घनश्याम लोधी और शैलेन्द्र प्रताप सिंह भी भाजपा में हुए शामिल
जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: पूर्व आईपीएस असीम अरुण रविवार को भाजपा में शामिल हो गए। असीम अरुण ने कहा कि पिछले पांच साल में मुझे भाजपा कार्यालय से फोन नहीं आया और अब मुझे जनता की सेवा करने का मौका मिल रहा है। असीम अरुण ने कहा कि राजनीति में प्रवेश का फैसला आसान नहीं था और घर के लोगों से बात करने के बाद जनसेवा का रास्ता चुना। पार्टी जहां भी मुझे कार्य करने का मौका देगी मैं उसी हिसाब से काम करूंगा। उन्होंने कहा कि वह गांव से ताल्लुक रखते हैं और उनका परिवार लगातार उनके गांव में सामाजिक कार्य करता है। और आगे भी करता रहेगा।
वहीं समाजवादी पार्टी के दो विधान परिषद सदस्यों घनश्याम लोधी और शैलेन्द्र प्रताप सिंह के अलावा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी रामबहादुर एवं कुछ पूर्व विधायकों ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की मौजूदगी में इन नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई। एमएलसी घनश्याम लोधी ने हाल ही में सपा पर दलितों और पिछड़ों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुये इस्तीफा दे दिया था।
इनके अलावा जिन अन्य नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है उनमें शिकोहाबाद के पूर्व विधायक ओम प्रकाश, फिरोजाबाद के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ‘छोटू’ ने भी पार्टी की सदस्यता ली। रामबहदुर बसपा के टिकट पर मोहनलालगंज सीट से 2017 का चुनाव लड़े थे और वे महज 500 वोट से चुनाव हारे थे। इस मौके पर स्वतंत्र देव सिंह ने भाजपा में शामिल हुये सभी नेताओं का पार्टी में स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा के उम्मीदवारों की पहली सूची देखते ही सपा ने हार मान ली। यही वजह है कि हताश और निराश सपा, अब हिंसा एवं धमकी की भाषा पर उतर आयी है। सिंह ने कहा कि सपा ने गुंडों, माफियाओं और दंगाइयों को अपना ‘ब्रांड एंबेसडर’ बना रखा है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्साह से निराश सपा नेता अब चुनाव में हिंसा फैलाने की धमकी देने लगे हैं। सपा की तरफ से पोस्ट किया गया एक धमकी भरा वीडियो और सपा नेता अब्दुल्ला आजम का बयान इसका प्रमाण है।