जनवाणी ब्यूरो |
मुजफ्फरनगर: सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान गरीबों को बांटे जा रहे मुफ्त के राशन की निगरानी के लिए एडीएम प्रशासन ने सरकारी गल्ले की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दुकानों पर राशन लेने पहुंचे लोगों से जानकारी हासिल की, वहीं गल्ला दुकानदारों को भी दिशा निर्देश दिये किये कि राशन का वितरण पूरी ईमानदारी से होना चाहिए और कोई भी राशनकार्ड धारक ऐसा न रहे, जिसे राशन न मिले।
गौरतलब है कि शासन द्वारा लॉकडाउन घोषित किया गया है, जिसके चलते कारोबारों के साथ-साथ दिहाडी मजूदर व दैनिक कार्य करने वाले लोग पूरी तरह से प्रभावित हो गये हैं और उनके सामने रोटी रोटी का संकट मंडराने लगा है। इसी समस्या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने तीन माह तक प्रदेश के राशनकार्ड धारकों प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं व दो किलो चावल देने की घोषणा की है।
यह राशन बीस मई से जनपद के सभी सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर वितरित किया जा रहा है। इस वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए प्रशासन द्वारा निगरानी समिति बनाई गई है, जिनकी निगरानी में यह राशन वितरण हो रहा है। बताया जाता है कि अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार को सूचना मिली थी कि कुछ राशन डीलर समय से दुकान नहीं खोल रहे हैं और राशन वितरण में भी धांधली कर रहे हैं।
यह दुकानदार कार्ड धारकों को पूरा राशन नहीं दे रहे हैं। शिकायत पर एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने कई राशन की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने राशन लेने के लिए पहुंचे कार्ड धारकों से जानकारी हासिल की, वहीं राशन डीलरों को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिये।