- जालंधर निवासी रवींद्र एवं उसकी पत्नी रेखा राय पर 50-50 हजार का था इनाम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बाइक बोट घोटाले में एसटीएफ ने लुधियाना से 50 हजार के इनामी रवींद्र और उसकी पत्नी रेखा राय को गिरफ्तार किया है। सीओ एसटीएफ ब्रजेश सिंह ने बताया कि रवीन्द्र पुत्र महेन्द्र निवासी 7-ए धालीवाल एन्क्लेव जालंधर पंजाब एवं उसकी पत्नी रेखा राय दोनों पर 50-50 हजार का पुरस्कार घोषित है। जो थाना दादरी जनपद गौतमबुद्धनगर पर पंजीकृत धोखाधड़ी व जालसाजी की सनसनीखेज घटना में वांछित है, एवं जिनके विरूद्व धोखाधडी, जालसाजी के 56 अभियोग थाना दादरी, जनपद गौतमबुद्धनगर पर पंजीकृत है।
जानकारी मिली थी कि आरोपी अपने उत्तम बिहार कालोनी लुधियाना वाले घर पर मौजूद हैं। रवीन्द्र का मकान है, जिसमें पत्नी व बच्चों सहित रह रहा है। पूछताछ में अभियुक्त रवींद्र व उसकी पत्नी रेखा राय से संयुक्त रूप से बताया कि वह भारतीय सेना की 26 पंजाब रेजिमेंट धर्मशाला से वर्ष 2007 में रिटायर हुआ था।
सेना में रहते हुए मेरी पोस्टिंग मेरठ में रही। जहां पर मेरी मुलाकात करणपाल व उसके साले वीरेन्द्र मलिक से हुई तथा अच्छे सम्बन्ध हो गये। रिटायर होने के पश्चात अपने घर जालंधर आ गया और इसी बीच करणपाल व उसके साले वीरेन्द्र मलिक ने मुझसे गर्वित इनोवेटिड प्राइवेट लिमिटेड (जीआईपीएल) कम्पनी नोएडा के संबंध में बतााया तथा इस कम्पनी से लोगों को जोड़ना बताया।
फिर हमने काफी लोगो को इस कम्पनी से जोड़कर बाइक के नाम पर इन्वेस्टमेन्ट कराया। कम्पनी द्वारा 62,100 रुपये प्रति बाइक इन्वेस्ट करवाया जाता था और इसके एवज में इन्वेस्टर को एक वर्ष तक 9800 रुपये प्रतिमाह देने का वादा किया जाता था।
इस प्रकार एक वर्ष में लगभग दोगुने प्राफिट का लालच देकर लोगों को फंसाया जाता था। यदि एक व्यक्ति द्वारा तीन बाईक लगाये जाने पर एक्स्ट्रा बोनस देने का भी लालच दिया जाता था। इस प्रकार हम लोगों ने कई 100 लोगों को इस कम्पनी के साथ जोड़कर उनके साथ धोखा कर लगभग 4200 करोड़ रुपये का घोटाला किया। इस काम में हमारे साथ और भी बहुत से लोग जुड़े हुए थे।
वर्ष 2018 में मुझे संजय भाटी द्वारा उक्त कम्पनी का डायरेक्टर करणपाल को बनाकर साईनिंग एथोरटी दे दी गयी तथा सारे पेमेन्ट करणपाल द्वारा ही किये जाने लगे। वर्ष 2019 में जब बहुत पैसा इकठ्ठा हो गया तो हम लोग कम्पनी बन्द कर फरार हो गये।
एसटीएफ: दो बदमाश पकड़े, तीन पिस्टल और दो रिवाल्वर समेत 24 हथियार बरामद
एसटीएफ और नौचंदी पुलिस ने मिलकर दो शातिर बदमाशों को पकड़ कर हथियार बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी है। बदमाशों के पास से 17 तमंचे 315 बोर, एक तमंचा 12 बोर, एक तमंचा 32 बोर तीन पिस्टल 32 बोर और दो रिवाल्वर 32 बोर व बनाने के उपकरण व एक स्कूटी बरामद की गई है।
सीओ एसटीएफ ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि शहर में हथियार बनाने वाली फैक्ट्री चल रही है। इस संबंध में शमशाद पुत्र इस्तियाक निवासी 799 सब्जी वाली गली शागाजा बाजार थाना कोतवाली और रईस उर्फ मुल्ला पुत्र इब्राहिम निवासी गली नंबर-3 ऊंचा पीर किदवईनगर थाना लिसाडी गेट को पकड़ा गया तो उनसे फैक्ट्री के बारे में पता चला।
इससे पहले जहीरूद्दीन पुत्र अल्लाराजी निवासी सराय बहलीम थाना कोतवाली व नवाब पुत्र जलालुद्दीन निवासी चमार दरवाजा थाना ब्रह्मपुरी के पास बरामद किये गए हथियार से फैक्ट्री के बारे में पता चला था। इन लोगों ने बताया था कि हथियार शमशाद ने दिये है, जिन्हें हम किसी को दिखाने के लिये जा रहे थे, जिसका नाम पता हमे ज्ञात नही है। वहां पहुंचने से पहले ही एसटीएफ ने पकड़ लिया।
हाजी शमीम जो लद्दावाला जनपद मुजफ्फरनगर का रहने वाला है, हम लोग साथ मिलकर शस्त्र बनाने व बेचने का काम डी ब्लॉक शास्त्रीनगर नाले के पास बिजलीघर के पीछे झोपड़ी में बनाते हैं। यह काम हम काफी समय से कर रहे हैं व उक्त दोनों शातिर किस्म के अपराधी है।
दोनों अभियुक्तों की निशादेही पर डी ब्लॉक शास्त्रीनगर नाले के पास बिजलीघर के पीछे झोपड़ी से 17 अदद तमंचे 315 बोर व एक तमंचा 12 बोर व एक तमंचा 32 बोर व तीन पिस्टल 32 बोर, दो रिवाल्वर 32 बोर, बनाने के उपकरण व एक स्कूटी होंडा एक्टिवा नंबर यूपी-15सीएच 2220 बरामद किये गये हैं। बरामद स्कूटी सदर थाना क्षेत्र से चोरी की गई थी।
बरामदा स्कूटी के सम्बन्ध में थाना सदर बाजार में मुकदमा दर्ज है। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि एक पिस्टल 25 हजार रुपये और तमंचे 2000 से 5000 रुपये में बेचते हैं। इसके अलावा चोरी की गई गाड़ियां झारखंड में बेचा करते थे। गिरफ्तार रईस मुल्ला ने बताया कि वह 2009 में दिल्ली स्पेशल सेल के द्वारा 60 अवैध पिस्टल के मामले में जेल जा चुका है।