- दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लगाए आरोप, अपर नगरायुक्त नहीं करा सकी समझौता
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: वार्ड 50 के पार्षद संजय सैनी के साथ उसका भाई राजू नगर निगम के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र में गए थे। इस दौरान पार्षद संजय सैनी पक्ष द्वारा लिपिक दिनेश कुमार से जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र के संबंध में जानकारी की। बताया कि उनका जो प्रमाण पत्र है,वह तीन महीने से जांच के नाम पर यहीं अटकाया हुआ है। जिसको लेकर दिनेश शर्मा व पार्षद संजय सैनी के बीच कहासुनी हो गई और मामला बढ गया। इस बीच दिनेश शर्मा ने आरोप लगाया कि पार्षद का भाई पिस्टल लेकर उनके कार्यालय में घुस आया और उसके साथ अभ्रदता की।
इसी बीच दोनो पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया। पार्षद संजय सैनी ने आरोप लगाया कि नगर निगम के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र विभाग में लिपिक दिनेश करीब दस वर्षों से अधिक समय से एक ही पटल पर जमा हुआ है। उसके द्वारा बिना पैसे लिए कोई कार्य किया ही नहीं जाता। संजय सैनी ने आरोप लगाया एक जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जिसकी फाइल तीन महीनों से एसडीएम के यहां न भेजकर अटकाई हुई है। जबकि नियमानुसार 21 दिन तक जांच के नाम पर फाइल को रोका जा सकता है।
इसी फाइल की जांच पूरी हुए बिना ही सात हजार रुपये में उनका प्रमाण पत्र 18 दिसंबर 2023 को जारी कर दिया गया। यह भ्रष्टाचार नहीं तो क्या हुआ। उधर लिपिक दिनेश ने आरोप लगाया कि पार्षद संजय सैनी के साथ अपने वार्ड के साथ ही अन्य वार्डो के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए उन पर दबाव बनाया जाता है। इसी बीच दोनो पक्षों की तरफ से आरोप-प्रत्योप के बीच संजय सैनी के समर्थन में पार्षद व लिपिक के समर्थन में कर्मचारी उतर गए। मामला अपर नगरायुक्त ममता मालवीय के पास पहुंचा।
इस दौरान उन्होंने दोनो पक्षों के बीच समझौता कराने का भी प्रयास किया। लेकिन बात नहीं बन सकी। उधर नगर निगम के विभिन्न संगठनों से जुडे कर्मचारी एवं सफाई कर्मचारियों के संगठन कामकाज ठप्प करके लिपिक दिनेश के समर्थन में उतर गए। इस मामले में दोनो पक्षों की तरफ से थाना देहली गेट पर कार्रवाई की मांग करते हुए तहरीर दी गई। इस दौरान महापौर हरिकांत अहलूवालिया एवं भाजपा महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज भी पहुंचे,दोनो पक्षों की बातें सुनी और समस्या के समाधान का प्रयास किया। लेकिन समाधान नहीं हो सका। फिलहाल दोनो पक्षों में टकराव के हालात बने हुए हैं। उधर सफाई कर्मचारी संगठनों ने शनिवार को कामकाज बंद करने की चेतावनी भी दी है।