जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: किसान आंदोलन के छह महीने पूरे होने पर आज दिल्ली की सीमाओं पर बैठे अन्नदाता काला दिवस मना रहे हैं। छह माह पूरे होने के चलते सभी किसानों से अपने घरों व वाहनों पर काला झंडा लगाने का आह्वान किया गया है, वहीं देशभर के सभी धरनास्थलों पर काली पगड़ी व चुनरी पहनी जा रही है और धरना स्थलों के अलावा गांवों में पीएम का पुतला फूंका जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि किसानों की मांग मनवाने के लिए सरकार पर दबाव बनाना जरूरी है। वहीं काला दिवस मनाने के लिए काफी किसान बॉर्डर पर भी पहुंचे हैं। इन सभी आयोजनों के चलते तमाम धरनास्थलों पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।
दिल्ली में कई जगहों पर पुलिस कर रही वाहनों की चेकिंग
दिल्ली में कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा आज मनाए जा रहे काले दिवस को देखते हुए दिल्ली के कई जगहों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। ग्रेटर कैलाश के एसएचओ ने बताया, ‘हम सभी गाड़ियों की जांच कर रहे हैं, चाहे वो परमिट गाड़ी ही हो क्योंकि कहीं उस गाड़ी में कोई किसान न जा रहा हो।’
टीकरी बॉर्डर पर भी प्रदर्शनरत किसानों ने काले झंडे लगाए हैं। किसानोंं ने आंदोलन स्थल पर तिरंगा किसान मोर्चा का झंडा और काला झंडा तीनों लगा रखा है।
अमृतसर के छब्बा गांव में लोगों ने अपने घरों पर कृषि कानून के विरोध में काले झंडे लगाए। यह झंडे आंदोलनरत किसानों के आह्वान पर काला दिवस मनाने के लिए लगाए गए हैं।