- मृतका के पति से खुन्नस खाता था बहनोई
- आर्थिक कारणों के अलावा भी कई बिंदू बने रंजिश की वजह
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: हस्तिनापुर में मां और बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने बैंक मैनेजर संदीप के बहनोई को हिरासत में लिया है। पुलिस का कहना है कि संदीप से निजी खुन्नस के कारण बहनोई ने दोस्त के साथ मिलकर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया और घर में रखी नकदी और जेवरात भी लूट कर ले गए। पुलिस ने नकदी और जेवर बरामद कर लिये हैं, लेकिन मृतका की स्कूटी अभी बरामद नहीं हुई है।
हस्तिनापुर में सोमवार की देर रात कस्बे में बैंक मैनेजर के घर उसकी पत्नी और बच्चे की हत्या एक मामले में पुलिस के हाथ अभी तक कई अहम सबूत मिल चुके हैं। पुलिस गुरुवार को इस केस को खोलने जा रही है। बैंक मैनेजर संदीप की पत्नी शिखा और बेटे रुपांश की गला दबाकर हत्या करने के बाद उनके शव बेड में छुपा दिये गये थे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि संदीप का अपने बहनोई हरीश निवासी नोएडा से विवाद चल रहा था और इनका घर में आना जाना नहीं था। पुलिस ने मंगलवार रात बहनोई हरीश को पूछताछ के लिये उठाया था। पहले तो उसने हत्या की बात से इनकार किया, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने पूरी कहानी पुलिस को सुना दी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बैंक मैनेजर संदीप की आर्थिक हालत काफी अच्छी थी। जबकि उसका बहनोई सामान्य रुप से जिंदगी गुजार रहा था। हरीश ने संदीप की बहन से लव मैरिज की थी, इससे भी संदीप नाराज चल रहा था। वहीं, लिविंग स्टैंडर्ड को लेकर भी इनके बीच तनाव बना हुआ था।
पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि मृतका शिखा को लेकर भी बहनोई हरीश और संदीप में मनमुटाव चल रहा था और इस कारण भी हरीश का घर में आना जाना बंद था। पुलिस को पूछताछ में यह भी पता चला कि संदीप के घर में रहते हुए बहनोई हरीश का घर में आना जाना संभव नहीं था।
इस कारण बहनोई को पता था कि संदीप बैंक की नौकरी करके बिजनौर से देर से आता है। पूछताछ में यह भी पता चला कि जब बहनोई और उसके दोस्त ने घर में प्रवेश किया तो हत्या करने के बाद लूटपाट की गई। परिजनों के मुताबिक ढाई लाख की नकदी और करीब 14 लाख रुपये कीमत के जेवरात लूट लिये गए।
चूंकि पांच साल का बच्चा आरोपी को पहचानता था इस कारण उसकी भी हत्या की गई। हत्या करने के बाद आरोपियों ने घर का ताला लगाया और स्कूटी लेकर फरार हो गए। पुलिस ने नोएडा से बहनोई को पूछताछ के लिये उठा लिया। वहीं, बुधवार को दोपहर दो बजे संदीप की बहन को पुलिस पूछताछ के लिये लेकर गई थी।
जिसे बाद में पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। हालांकि पुलिस अभी इस केस का विधिवत रूप से खुलासा नहीं कर रही है लेकिन शिखा और उसके बेटे की हत्या में बहनोई को हिरासत में लिया गया है। इसकी पुष्टि जहां पुलिस अधिकारी कर रहे हैं।
वहीं बहनोई के घर वालों का कहना है कि पुलिस मंगलवार की रात से हरीश को उठा कर ले गई है और उसका पता नहीं चल रहा है। जबकि उसका गाजियाबाद निवासी दोस्त फरार चल रहा है।
सीसीटीवी कैमरे की फुटेज लाई बहनोई को शक के दायरे में
शिखा हत्याकांड मामले में एसएसपी ने पांच टीमें लगाई है। मंगलवार को क्राइम ब्रांच की टीम सीसीटीवी खंगाले तो पुलिस को बैंक मैनेजर संदीप के घर से हत्या के दौरान चोरी हुई स्कूटी का फुटेज मिला। जिसके आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने साकेत तक के सभी सीसीटीवी कैमरे वाले तो हत्यारे स्कूटी पर नजर आए बुधवार को इस मामले में नया मोड़ आया है।
बताया जा रहा है कि हत्यारोपी स्कूटी के साथ मेरठ के बिजली बंबा लगे एक सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुए हैं। जहां पर क्राइम ब्रांच की टीम लगातार काम कर रही है। उधर, सर्विलांस की टीम सीडीआर और कई मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल के आधार पर जांच में जुटी है।
पुलिस का मानना है कि इस मामले में उन लोगों से गहनता से पूछताछ की जा रही है। जिन पर पुलिस को भी शक है इस घटना में मैनेजर की पत्नी और उसके बच्चों की मौत से किसको सबसे ज्यादा लाभ होगा। इसके साथ ही मैनेजर से कौन-कौन रंजिश रखता था।
बुधवार को भी थाने पर मौजूद रही कई टीमें
ट्रिपल मर्डर मामले में पुलिस की कई टीमों में मौजूद दर्जनों अधिकारी सुबह से शाम तक थाने पर ही मौजूद रहे मामले से जुड़े सबूतों को इकट्ठा करने के लिए दिन भर उनकी गाड़ी इधर-उधर दौड़ती रही। पुलिस की गतिविधि से लग रहा है कि पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा करेगी,
क्योंकि पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों के भी मामले के खुलासे को लेकर जिले के एसएसपी को भी निर्देश दिए हैं। जिसे देखते हुए इस मामले को एसपी देहात केशव कुमार खुद ही देख रहे हैं जो मामले से जुड़े हर बिंदू की गहनता से जांच कर रहे हैं।