Thursday, April 25, 2024
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मेरठ में हाहाकार के बीच सीएम का संभावित दौरा!

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  • प्रशासन नहीं कर रहा पुष्टि, तैयारी में जुटा
  • बेड और आॅक्सीजन की किल्लत को लेकर डीएम ने किया ट्वीट
  • महिला मेडिकल की चौखट पर तड़पती रही, नहीं किया भर्ती

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: तीन दिन बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संभावित दौरे से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सूचना मिल रही है कि मुख्यमंत्री तीन दिन बाद शहर में आ सकते हैं। जिस तरह से स्वास्थ्य सेवाएं ‘कराह’ रही है, उसको लेकर भी मुख्यमंत्री मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड का दौरा कर सकते हैं।

इसको लेकर प्रशासनिक अफसरों के हाथ-पैर फूल गए हैं। क्योंकि पहले ही मेडिकल में इलाज को लेकर स्वास्थ्य विभाग व प्रशासनिक अफसरों की खासी किरकिरी हो रही है। मेडिकल की चौखट पर पहुंचकर लोगों की सांसों की डोर टूट रही है, उन्हें इलाज तक मुहैय्या नहीं कराया जा रहा है।

हालात बेहत खराब है। कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह, डीएम के. बालाजी, मेडिकल प्राचार्य डा. ज्ञानेन्द्र सिंह, नगरायुक्त मनीष बंसल समेत तमाम आला अफसरों की मीटिंग हुई, जिसमें अपने-अपने पार्ट पर कोविड को लेकर गंभीरता के साथ काम करने के निर्देश कमिश्नर ने दिये हैं। कमिश्नर बेहद सख्त दिखाई दे रहे हैं कोरोना को लेकर हो रही लापरवाही को।

बुधवार को शहर में ऊर्जा एवं प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा की मौजूदगी के बाद भी मेडिकल में किसी तरह का सुधार नहीं हुआ था तथा एक महिला मरीज को मेडिकल में पहुंचने के बाद भी भर्ती नहीं किया गया। मेडिकल की चौखट पर ही महिला ने दम तोड़ दिया। यदि यहां पर बेड नहीं था तो फिर अन्य किसी हॉस्पिटल में उसका उपचार कराने के लिए भर्ती कराया जा सकता था, मगर मेडिकल प्रशासन ने जिम्मेदारी ही नहीं निभाई।

क्या इस तरह से कंट्रोल होगा कोविड-19? अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने की सूचना प्रशासन को मिली है तो होश उड़ गए हैं। प्रभारी मंत्री के दौरे से जब मेडिकल में सुधार नहीं हुआ तो अब सीएम के दौरे के बाद देखना है कि क्या बदलाव होगा? हालांकि प्रशासनिक स्तर पर अभी सीएम के दौरे की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन तैयारी सीएम के आने की जा रही है।

यूनिवर्सिटी से मेडिकल तक अतिक्रमण कराया क्लीन

मुख्यमंत्री के दौरे की सूचना से नगर निगम के अधिकारी भी गुरुवार को यूनिवर्सिटी रोड से लेकर गढ़ रोड (मेडिकल) तक सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त कराने में जुटी रहे। यह अभियान नगर निगम प्रवर्तन दल की टीम ने चलाया। खुद नगरायुक्त इसे देखने भी गए। गंदगी फैलाने वालों के विरुद्ध अभियान चलाया भी चलाया गया। दरअसल, सीसीएस यूनिवर्सिटी से लेकर मेडिकल तक रेहडी, ठेला तथा झोपड़-पट्टी डालकर सड़क तथा नाला पटरी पर व्यवसाय करने वाले काफी लोगों ने कब्जा किया हुआ है तथा आसपास गंदगी फैलाते रहते हैं ।

कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए इसी रास्ते से कई अति विशिष्ट लोगों का भी मेडिकल में आवागमन हो रहा है। तीन दिनों बाद मुख्यमंत्री के संभावित दौरे के दृष्टिगत नगर आयुक्त मनीष बंसल ने सड़क किनारे अतिक्रमण करने वालों तथा गंदगी फैलाने वालों के विरुद्ध सख्त अभियान चलाने का आदेश दिये, जिसके चलते यहां गुरुवार को अभियान भी चला। प्रवर्तन दल अधिकारी सेवानिवृत्त कर्नल राजकुमार बालियान ने प्रवर्तन दल की टीम मौके पर पहुंची और अभियान चलाया। टीम ने लाउडस्पीकर से तथा व्यक्तिगत रूप से भी सभी संबंधित लोगों को अपनी दुकानें बंद रखने तथा गंदगी फैलाने के विरुद्ध अभियान चलाकर सख्त चेतावनी दी। यह अभियान आगामी तीन दिनों तक चलेगा।

बेड और आॅक्सीजन की कमी नहीं: डीएम

डीएम के. बालाजी ने कहा कि जनपद में 1200 से 1200 कोरोना के पॉजिटिव मामले हैं। आॅक्सीजन व बेड की किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। तमाम अस्पतालों में आॅक्सीजन व बेड उपलब्ध है। ग्रामीण क्षेत्रों में भर्ती डोर-टू डोर सर्वे आरंभ कर दिया गया है। लक्षण के हिसाब से लोगों को चिन्हित किया जा रहा है।


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