जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण ने जोन-बी-1 में 200 अवैध निर्माणों को चिन्हित कर उन्हें नोटिस भेजे हैं। नोटिस के बाद सील की कार्रवाई की जाएगी, जिसके बाद बिल्डिंग ध्वस्तीकरण का कार्य किया जाएगा। यह कहना है प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी का।
उनका कहना है कि पन्द्रह दिन के लिए जोन-बी 1 में अभियान चलाया गया था। इस अभियान के तहत अवैध निर्माणों को चिन्हित करने के लिए 35 मेट लगाये गए थे। दर्जनभर जेई भी लगाये थे। इस तरह से अभियान को एक्सईएन राजीव कुमार आॅबजर्व कर रहे थे। खुद प्राधिकरण वीसी हर रोज समीक्षा कर रहे थे।
प्राधिकरण ने 200 अवैध निर्माणों को चिन्हित कर यह बड़ी कार्रवाई की हैं, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इन अवैध निर्माणों को करने वालों को पन्द्रह से तीस दिन का समय जवाब देने के लिए दिया गया है। जवाब देने के बाद ही एमडीए उस निर्माण कोलेकर विचार करेगा कि सील की कार्रवाई की जाए या फिर नहीं।
सील के बाद कुछ निर्माणों का ध्वस्तीकरण भी किया जाएगा। जोन-सी व डी के जेई व अन्य अधिकारियों की भी वीसी ने मीटिंग ली तथा अवैध निर्माणों पर फोकस करने के लिए कहा। कितने अवैध निर्माण चिन्हित हुए, उन सभी पर अब तक क्या कार्रवाई हुई? इसके बारे में कई जेई की क्लास लगा दी। सोमवार को प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने जोन-ए के इंजीनियरों की बैठक ली थी।
कई निर्माणों पर लगाई सील
प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी ने बताया कि आनंद लोक गुरुकुल के पीछे लावड़ रोड पर आवासीय प्लाट में छह दुकानों का निर्माण किया जा रहा है, जिस पर एमडीए इंजीनियरों ने मंगलवार को सील लगा दी। यह क्षेत्र बी-2 में आता है। यह निर्माण लावड़ रोड पर किया जा रहा था।
अप्पू एन्कलेव रुड़की रोड पर जोन-बी-2 में वीसी के निर्देश पर जेई राजेश त्यागी ने सख्ती करते हुए निर्माणों पर सील लगा दी। इसके अलावा पीएसी के पास चल रहे एक अवैध निर्माण को भी इंजीनियरों की टीम ने मंगलवार को सील कर दिया। जोन-बी-2 में जेई राजेश त्यागी पिछले पन्द्रह दिन से एक के बाद एक अवैध निर्माण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर रहे हैं।