जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: नगर विकास राज्य मंत्री राकेश राठौर ने नगर निगम द्वारा संचालित श्री शाकंभरी कान्हा उपवन गौशाला को प्रदेश की मॉडल और सर्वश्रेष्ठ गौशाला बताया है। उन्होंने गौवंश की अधिक संख्या को देखते हुए गौशाला के विस्तार का सुझाव दिया।
नगर विकास राज्य मंत्री राकेश राठौर रविवार सुबह नगर निगम द्वारा संचालित श्री शाकंभरी कान्हा उपवन गौशाला पहुंचे और गौशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने सबसे पहले गौमूत्र से बनाये जा रहे गोनाईल (फिनाईल) प्लांट का निरीक्षण किया। अपर नगरायुक्त राजेश यादव व निगम के पशु चिकित्साधिकारी डॉ.संदीप मिश्रा ने नगर विकास मंत्री को गौमूत्र से फिनाईल बनाने की प्रक्रिया से अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि इसे बिक्री के लिए सार्वजनिक रुप से उपलब्ध कराया जाता है। राठौर ने बाद में गोबर से स्टिक और दिए बनाने तथा गैस संयत्र का भी अवलोकन किया। सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम ने नगर विकास राज्य मंत्री को बताया गया कि गैस बनाने के बाद जो गोबर बचता है उससे जैविक खाद बनायी जाती है।
अपर नगरायुक्त राजेश यादव ने नगर विकास मंत्री राठौर को बताया कि नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह के नेतृत्व में कान्हा उपवन गौशाला को लगातार विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गौशाला में गौवंश की क्षमता 90 है लेकिन वर्तमान में 382 गौवंश का पालन पोषण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गौशाला में गोबर से निर्मित उत्पादों गोनाईल, दिए, स्टिक, जैविक खाद व दूध की बिक्री से नगर निगम ने गत एक वर्ष में करीब साढे़ तीन लाख रुपये की आय अर्जित की है।
इसके अतिरिक्त करीब साढे़ छह लाख रुपये का गेहू चारा, सरसो, भूसा आदि की पैदावार निगम द्वारा की गयी है। कान्हा गौशाला प्रदेश की ऐसी पहली गौशाला है जो आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर है।
नगर विकास राज्य मंत्री राकेश राठौर गौशाला निरीक्षण के बाद पूरी तरह संतुष्ट नजर आए। उन्होंने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उन्होंने अब तक प्रदेश में जितनी भी गौशालाएं देखी है उनमें श्री शाकंभरी कान्हा गौशाला प्रदेश की सर्वश्रेष्ठ गौशाला है। यह एक मॉडल गौशाला है।
उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश की सभी गौशालाएं ऐसी हो जाएं तो कोई भी गौवंश सड़क पर घूमता नजर न आए। उन्होंने गौवंश की संख्या को देखते हुए उसके विस्तार का सुझाव दिया। मंत्री राठौर ने कहा कि वह लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री को कान्हा गौशाला की स्वच्छता, व्यवस्थाओं और यहां गोबर व गौमूत्र से निर्मित उत्पादों की जानकारी देंगे।
उन्होंने कहा कि कान्हा गौशाला को प्रदेश की अन्य गौशालाओं को व्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाना चाहिए। नगर विकास मंत्री ने निगम के पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि वह गौशाला की समस्त गतिविधियों पर आधारित एक वीडियों बनाकर भिजवाएं ताकि अन्य गौशालाओं को भी उसी तर्ज पर विकसित किया जा सके।
उन्होंने गौशाला को आदर्श गौशाला बनाने के लिए नगरायुक्त तथा गौशाला की देखरेख कर रहे स्टाफ मुकेश चौधरी, डॉ.संदीप मिश्रा आदि की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और स्वयं की इच्छा से उनके साथ चित्र खिंचवाएं। निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय पार्षद मोहर सिंह भी मौजूद रहे।