- सामाजिक संगठन गऊमाता की सेवा को पहुंचे थे गऊशाला
- गंदगी और गऊ माताओं की बीमारी को देखकर किया हंगामा
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: नवीन मंडी में बनाई गई अस्थायी गौशाला में गऊ सेवा को पहुंचे सामाजिक संगठनों के लोगों ने अव्यवस्थाओं को देखकर जमकर हंगामा किया। उन्होंने बीमारी से ग्रस्त गौमाता को उपचार नहीं दिलाने व मरने के लिए छोड़ देने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर सदर विधायक व अधिकारियों से शिकायत की। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
रविवार को सामाजिक संगठन डेरा सच्चा सौदा के सेवादार व पशु, पक्षी, जीव, जंतु, गऊ परिवार सेवा समिति, श्री श्री कात्यायनी देवी ट्रस्ट धर्मार्थ के दर्जनों पदाधिकारी शहर के नवीन मंडी स्थित जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई अस्थायी गौशाला पहुंचे। जहां उन्होंने प्रत्येक सप्ताह की तरह साफ सफाई अभियान चलाया, लेकिन आरोप है कि इस दौरान वहां एक गौमाता मृत अवस्था में पड़ी थी, जिसकी कोई भी सुध लेने वाला नहीं था।
यही नहीं संस्था के पदाधिकारियों को देख गौशाला संचालक ने बेरहमी के साथ जेसीबी मशीन लगाकर मृत गौतामा को वहां से हटाया। इतना ही नहीं पिछले कई दिनों से गौमाता को सही भोजन न मिलने से कई की हालत खराब थी और एक बछडा गोबर के ढेर पर पड़ा अपनी जिंद्गी और मौत से लड़ रहा है, जिसको पिछले काफी समय से उपचार न दिए जाने से उसके शरीर में कीडे पड़ रहे थे।
बाकी गौमाता के नीचे गोबर की साफ सफाई न किए जाने से संगठनों के पदाधिकारियों में रोष फैल गया जिस पर उन्होंने हंगामा खडा कर दिया। उन्होंने गौशाला संचालक को बुलाया लेकिन आरोप है कि गौशाला संचालक उन पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए बात सुनने से इंकार कर दिया।
जिसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत आला अधिकारियों व कंट्रोल रूम पर की। वहीं हंगामें की सूचना पर कोतवाली पुलिस वहां पहुंची और जांच कर कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत किया। किसी तरह पुलिस ने मामले को शांत कराया।
डेरा सच्चा सौदा के पदाधिकारी जितेंद्र इंसा व नंदकिशोर मित्तल ने गऊशाला में साफ सफाई रखने, कर्मचारियों की नियुक्त कर समय से गौमाता को भोजन देने और बीमार गौमाताओं को उपचार कराये जाने की मांग की। बाद में डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों व अन्य लोगों ने घंटों तक गऊशाला में सफाई अभियान चलाया और गऊमाला को नहलाया।
इस अवसर पर विनोद मोदी, अमित, अश्वनी, अमरपाल, ओमपाल, रोबिन, जगदीश, मोनू, सोनू, प्रदीप पुंडीर, सुरेशपाल, रामेश्वर ठेकेदार, अमरीश संगल आदि मौजूद रहे।