- नहीं थम रही डेंगू की रफ्तार, मेडिकल व जिला अस्पताल ओपीडी बेकाबू
- स्वास्थ्य विभाग के डेंगू आंकड़ों में नहीं शुमार प्राइवेट इलाज कराने वाले मरीजों की गिनती
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: डेंगू व बुखार के मरीजों की संख्या लगतार बढ़ने के बावजूद लोग व सिस्टम लापरवाही पर उतारू हैं। गांव देहात के दूरदराज के इलाके ही नहीं बल्कि महानगर में भी अनेक स्थानों पर पानी का जमा होना व गंदगी डेंगू फैलाने वाले मच्छरों को दावत दे रहे हैं। हालांकि डेंगू की रोकथाम में के लिए कागजों पर भरपूर काम नजर आ रहा है। मेरठ में तेजी से वायरल और डेंगू बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है। रोजाना डेंगू के नए मरीज सामने आ रहे हैं।
गिनती केवल सरकारी प्राइवेट की नहीं
डेंगू के जो मरीज मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल, जिला अस्पताल सीएचसी व पीएचसी में आ रहे हैं, उनकी तो गितनी हो रही है, लेकिन जिन लोगों को सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसा नहीं है और निजी चिकित्सकों से इलाज करा रहे हैं उनकी गिनती कहीं नहीं है। जानकारों की मानें तो सरकारी से ज्यादा प्राइवेट में लोग इलाज करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से इतर निजी अस्पतालों में मरीजों की लाइन लगी है। जिनकी कहीं कोई लेखा जोखा नहीं। जिले में डेंगू, वायरल अब जानलेवा बनता जा रहा है।
कई महकमों की फौज मैदान में
मौसम में आए बदलाव को देखते हुए मलेरिया व डेंगू का मच्छर पैदा करने वाले लार्वा की जांच व पहचान के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसमें घरों में जल पात्रों और कूलरों की जांच की जा रही है। ग्राम प्रधान, ब्लॉक प्रमुख, शिक्षा विभाग और पंचायती राज विभाग आदि का सहयोग लिया जा रहा है। हालांकि कितना और कहां-कहां लार्वा मिला है इसकी जाकनकारी नहीं मिल सकी है।
वैसे चेतावनी दी गयी है कि अगर दोबारा भी इन्हीं घरों में लार्वा मिले तो जुमार्ना लगाया जा सकता है। इस बार दस्तक अभियान के तहत चिन्हित संभावित मरीजों की सूची सीधे ई-कवच पर अपलोड की जाएगी। यह काम अभियान में जुटीं आशा कार्यकर्ता करेंगी। जुलाई-अगस्त में मच्छर जनित रोग बढ़ते हैं। डेंगू को नियंत्रण में रखने के लिए टीमों का गठन किया गया है। हर टीम में 2 सदस्यों को शामिल किया गया है। इन टीमों को लाख घरों में जाकर डेंगू के लार्वा को जांच के साथ-साथ बुखार के मरीजों के सैंपल भी लेने हैं।
आईएमए के अध्यक्ष डा.संदीप जैन का कहना है कि लोगों को इस मौसम में सावधानी बरतनी चाहिए। घर व आसपास साफ सफाई रखें। अनावश्यक रूप से पानी न भरा रहने दें। आमतौर पर बरसात में घर की छतों पर रखे गैर उपयोगी पात्रों में पानी भर जाता है, जिसमें मच्छर पनपने लगते हैं, कोशिश करें कहीं भी पानी न भरे।
मेरठ में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है और एक केस स्क्रब टाइफस का भी मिला है। इसी पर मेरठ के सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान का मानना है कि मेरठ की स्थिति अभी नियंत्रण में है और जिले में सर्विलांस अच्छे से किया जा रहा है जितने ज्यादा लोगों तक पहुंच रहें हैं उतने ज्यादा मामले आ रहे हैं इसमे घबराने वाली बात नहीं है।
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए पूरे बाजू के कपड़े पहने। अपने आसपास सफाई रखें। पानी जमा न होने दें, ताजा, हल्का खाना खाएं। किसी भी प्रकार की बैचेनी या बुखार होने पर तुरंत जांच कराएं।