- पूरे परिवारों के संक्रमित होने को विशेषज्ञ चिकित्सक मान रहे बड़े खतरे का संकेत
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: संक्रमण को लेकर अब हालात बेहद नाजुक हो चले हैं। यह बात अलग है कि उसको दर्शाने के बजाए मैनेज किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण की चपेट में परिवार के परिवार आ रहे हैं।
परिवारों पर हो रहे संक्रमण के इस हमले के तरीके को सीनियर डाक्टर बड़े खतरे का संकेत मानकर चल रहे हैं। हालांकि ऐसा नहीं कि पूरे परिवारों पर कोरोनो संक्रमण के हमले की शुरूआत अभी हुई है।
शुरूआती दौर से ही संक्रमण परिवारों को निशाना बनाता आया है। मेरठ में इसका पहला निशाना बना था महाराष्ट्र के अमरावती से आए खुर्जा के कारोबारी का परिवार, जिनके परिवार व रिश्तेदार जिनकी संख्या करीब दो दर्जन रही वो इसकी चपेट में आए थे।
उनके बाद संक्रमण का बड़ा मामला टीपीनगर थाना के मुलतान नगर निवासी महानगर भाजपा के युवा नेता का परिवार निशाना बना।
उसके बाद जो बेहद चर्चित मामले रहे, उनमें केसरगंज के कारोबारी व उनकी पत्नी तथा कोतवाली के जामा मस्जिद निवासी मिठाई कारोबारी का परिवार भी शामिल है।
ये ऐसे मामले थे जिनकी गूंज शासन तक सुनाई दी गयी थी। इनको लेकर स्वास्थ्य विभाग एकाएक शासन तथा सत्ताधारी दल भाजपा के नेताओं के निशाने पर आ गया था।
गम और गुस्से को देखते हुए शासन ने मेडिकल के प्राचार्य को यहां से हटा दिया। पिछले एक सप्ताह में के दौरान जिन जो परिवार के परिवार कोरोना संक्रमण की चपेट में आए उनका ब्योरा नीचे दिया गया है।
नहीं बदले हालात
कोरोना संक्रमण के चलते कई परिवारों के बर्बाद होने तथा शासन की ओर से की गयी कार्रवाई के बाद भी हालात में कुछ खास बदलाव नजर नहीं आया।
कार्रवाई और हालात सुधारने के नाम पर शासन ने भी केवल नए नए अफसरों को मेरठ भेजकर केवल प्रयोग ही किए। न तो मौतों का सिलसिला थमा न ही कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आयी।
मर्ज बढ़ता गया ज्यों-ज्यों दवा की
कोरोना संक्रमण के मामलों की यदि बात की जाए तो शासन की ओर से जितनी ज्यादा कोशिशें की संक्रमण के मामले उतने ही ज्यादा तेजी से बढ़ते चले गए।
यह सिलसिला अब भी जारी है। मेरठ के संक्रमित केसों की यदि बात की जाए तो इनकी संख्या 3938 तथा मौत का आंकड़ा 116 तक जा पहुंचा था।
22 अगस्त
- सिविल लाइन का पुलिस हॉस्पिटल कंपाउंड
- ई-7 ज्वाला नगर निवासी पूरा परिवार ही संक्रमित।
- ए-3 इंद्रप्रस्थ कालोनी फेज-1 रुड़की रोड।
- मावधपुरम सेक्टर एक निवासी परिवार के चार सदस्य।
23 अगस्त
- गांव एतमादपुर माछरा निवासी पूरा परिवार।
- मंगल पांडे नगर निवासी परिवार के चार सदस्य।
- ई-7-ज्वाला नगर थाना टीपीनगर निवासी परिवार।
- टीपीनगर का नई बस्ती लल्लापुरा निवासी परिवार।
- गोला टेंट हाउस मलियाना का रहने वाला परिवार।
24 अगस्त
- गली नंबर 329 टीपीनगर का न्यू किशनपुरा बागपत रोड।
25 अगस्त
- बी-63 शास्त्रीनगर का परिवार।
- गली नंबर दो दौलत राम कालोनी दौराला का परिवार।
- मवाना रोड डिफेंस कालोनी ए-2 परिवार के चार सदस्य
- मवाना रोड गांव खंदरावली के परिवार के सात सदस्य।
- सदर क्षेत्र के रंजीतपुरी निवासी परिवार के सदस्य।
26 अगस्त
- 120 नेहरू नगर का परिवार।
- सुभारती उधम सिंह कैंपस में रहने वाले 14 कर्मचारी संक्रमित।
27 अगस्त
- रेलवे रोड आनंदपुरी निवासी परिवार।
- जी-बी गंगानगर निवासी परिवार।
- दिल्ली रोड शारदा पैलेस पंजाबीपुरा निवासी परिवार।
- ज्ञान कुटी राजेन्द्र नगर नौचंदी निवासी परिवार।
- दौराला निकट बिजलीघर निवासी परिवार।
- साई धाम भूड़बराल निवासी परिवार।
- पल्लवपुरम फेज-वन निवासी परिवार।
- किनानगर गढ़ रोड निवासी परिवार।
- दौराला अंबेडकर भवन के निकट रहने वाला परिवार।
28 अगस्त
- सदर के गंज बाजार निवासी एक ही परिवार के आठ सदस्य
- टीपी नगर के मुलतान नगर निवासी एक ही परिवार के छह सदस्य
- लालकुर्ती के डिफेंस कालोनी एक ब्लॉक निवासी एक ही परिवार के पांच सदस्य।
कोरोना का वायरस अन्य वायरस की तर्ज पर अब सांसों से जरिये एक-दूसरे में प्रवेश कर रहा है। जिस प्रकार से इन्फ्लूएंजा में परिवार का एक सदस्य बीमार होता है तो फिर पूरे परिवार को बुखार आ जाता है। उसी तर्ज पर अब कोरोना का वायरस भी हवा के जरिये सांसों से होकर जिस्म में पहुंचकर संक्रमित कर रहा है।
-डा. अनिल नौसरान, आईएमए सचिव
इसकी मुख्य वजह लोगों के स्तर से लापरवाही का बरता जाना। हालात बेहद नाजुक हैं। भले ही अभी उसको स्वीकार नहीं किया जा रहा हो, लेकिन जरूरी है कि मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए।
-डा. एसके गर्ग, मेडिकल प्राचार्य
मेरठ या यूपी नहीं बल्कि पूरे देश में कोरोना को लेकर फिलहाल बेहद जटिल स्थिति है। संक्रमण लग रहा है, लेकिन कई मामलों में यह स्पष्ट नहीं कि मरीज को संक्रमण कहां से और कैसे लगा है। ऐसे एक दो नहीं दर्जनों मामले हैं। अब खुद संभल कर रहना होगा।
-शिशिर जैन डाका, आईएमए के यूपी स्टेट सेक्रेटरी
यह बेहद खतरनाक है। लोगों को मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना होगा। अन्यथा हालात बेकाबू हो जाएंगे। -डा. वीरोत्तम तोमर