- पीड़ित किसान ने सरकार को बताया किसान विरोधी
जनवाणी संवाददाता |
खतौली: रविवार को कोतवाली के एक गांव के किसान ने गेंहू की फसल का बाजार में न्यूतम समर्थन मूल्य नही मिलने पर किसान ने क्षुब्ध होकर अपनी गेंहू की फसल पर रोटावेटर चलाकर उसे नष्ट कर दिया। पीड़ित किसान ने बताया कि सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही।
बाजार में किसानों की फसलों का वाजिब दाम भी नही मिल रहा है। पीड़ित ने कहा राकेश टिकैत के आह्वान पर और सरकार क्षुब्ध होकर अपनी फसल को नष्ठ कर दिया है। किसान ने बताया कि वो जब तक गेंहू की फसल नही बोयेगा जब तक फसल का बाजार में किसान को उचित दाम नही मिलता है। वही किसान द्वारा फसल नष्ट करने का यह जनपद में पहला मामला सामने आया है।
कोतवाली क्षेत्र के गांव भेसी निवासी किसान योगेंद्र अहलावत रविवार अल सुबह अपने खेतों पर पहुचकर केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों से क्षुब्ध होकर खेत मे छह बीघे गेंहू की फसल पर खुद रोटावेटर चलाकर उसे नष्ठ कर दिया है। पीड़ित किसान योगेंद्र ने बताया कि उन्होंने अपने खेत मे गेंहू की फसल बोयी थी। जो पूरी तैयार थी, इस दौरान किसान ने नगर में व्यापारियों और मंडी में गेंहू के बेचने की बात की तो बाजार के भाव सुनकर किसान की फसल में लगी लागत भी पूरी नही मिल रही है।
जिससे क्षुब्ध होकर किसान योगेंद्र ने अपनी गेंहू की फसल को नष्ट कर दिया। किसान ने बताया की मोदी सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही है। किसानों को उनकी फसलों के वाजिब दाम नही मिल रहे है। ऐसे में किसानों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है। योगेंद्र ने बताया कि दिल्ली बार्डर पर चल रहे किसानों के धरने पर राकेश टिकैत ने भी सरकार को फसलों को नष्ट करने की चेतावनी दी थी। राकेश टिकैत के आह्वान पर ही हमने गेंहू की फसल का वाजिब दाम नही मिलने पर नष्ठ कर दिया है।
पीड़ित किसान ने बताया कि वो जब तक अपने खेत में गेंहू की फसल नही बोयेंगे जब तक फसल का बाजार में मूल्य सही नही मिलता, जिससे किसान की फसल की लागत पूरी हो सके। किसान योगेंद्र ने कहा कि सरकार किसान विरोधी है। जो किसानों का शोषण कर रही है।
वही किसान द्वारा फसल को नष्ठ करने का यह जनपद में पहला मामला सामने आया है। उधर, एसडीएम इन्द्रकांत द्विवेदी ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। हल्का लेखपाल को मामले की जांच पड़ताल के लिये गांव में भेजा गया है, जरूरत पड़ी तो किसान से भी बात की जायेगी और उसे समझाया जायेगा कि अपनी फसल नष्ट ना करे।