- अतिरिक्त बोगी बढ़ाने को लेकर हुई तीखी नोकझोंक
- गौरव टिकैत के हस्ताक्षेप से मामला हुआ शांत
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर रविवार को किसानों ने लखनऊ के लिए कूच कर दिया। सिटी रेलवे स्टेशन पर नौचंदी एक्सप्रेस पर पूरी तरह से किसानों का कब्जा रहा। भारी भीड़ किसानों की लखनऊ के लिए रवाना हुई। इस दौरान भाकियू नेताओं ने रेलवे स्टेशन मास्टर के पास जाकर इस बात को लेकर हंगामा भी किया कि नौचंदी एक्सप्रेस में अतिरिक्त बोगी लगाने की मांग की थी, लेकिन बोगी नहीं लगाई गई। इसी वजह से गरमा-गरमी हो गयी थी। नौचंदी एक्सप्रेस में मेरठ, बागपत, शामली और मुजफ्फरनगर के किसान सवार थे। किसानों की अगुवाई भाकियू यूथ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत कर रहे थे।
सोमवार को लखनऊ इको गार्डन में भारतीय किसान यूनियन की राष्ट्रीय महापंचायत निर्धारित है। इस महापंचायत की सफलता के लिए भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी पूरे जोर शोर से लगे हुए थे। 17 सितंबर की शाम को भाकियू नेता किसानों के साथ पहुंचे। किसनों की संख्या देखकर रेलवे प्रशासन जीआरपी में खलबली मच गई। किसानों ने रेलवे पर कब्जा करके भाकियू का झंडा लगा दिया। रिजर्वेशन एसी के डिब्बे पर कब्जा कर लिया। इसको देख रेलवे के अधिकारी जीआरपी के अधिकारी, भाकियू नेता राजकुमार करनावल को समझाते रहे, जिसको लेकर खूब नोकझोंक भी हुई।
गौरव टिकैत भी यहां पहुंचे। किसी तरह से समझा-बुझाकर मामला शांत किया। भाकियू नेता का कहना था कि पहले ही बता दिया था कि लखनऊ किसान जाएंगे, एक दिन किसानों का रेलवे से जाना होता है। क्या रेल में जाने का अधिकार किसानों का नहीं है। हमारी गलती नहीं है, हमने रेलवे के अधिकारियों को पहले ही बता दिया था। ये रेलवे के अफसरों की जिम्मेदारी थी कि अतिरिक्त बोगी लगाई जानी चाहिए थी।
किसान इसी ट्रेन से लखनऊ जाएंगे। इसको लेकर आलाधिकारी समझाते रहे, लेकिन भाकियू नेता नहीं माने। इसको लेकर रेलवे प्रशासन और यात्री परेशान रहे। किसानों का नेतृत्व कर रहे भाकियू के राष्ट्रीय युवा नेता गौरव टिकैत ने मामला शांत किया और किसान लखनऊ के लिए कूच कर गये। महकार दौराला लोकेश सिवाच सुभाष, प्रशांत, सकौती। भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी भी हुक्का लेकर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। उनके साथ भी बड़ी तादाद में किसान रेलवे स्टेशन पर पहुंचे।