- बड़ौत में हाइवे पर नौवें दिन के धरने में लोगों की जुटी भीड़
जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: कृषि कानून को लेकर बड़ौत में राष्ट्रीय राजमार्ग 709बी पर चल रहा किसानों का धरना नौवें दिन भी जारी रहा। किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने लोगों को पुष्प भेंट कर धरने से जुड़ने को प्रेरित किया।
किसानों का धरना रविवार को नौवें दिन भी जारी रहा।
दोपहर के समय हुई किसानों की पंचायत की अध्यक्षता विराज तोमर व संचालन विवेक व आशुतोष ने संयुक्त रूप से किया। किसान वक्ताओं ने सरकार को चेताया कि यदि सरकार अपनी जिद पर अड़ी रही तो किसान भी पीछे हटने वाले नहीं है।
सरकार की हठधर्मिता को किसान मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कमर कस चुके है। वक्ताओं का कहना था कि सरकार किसानों को पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रख देना चाहती है, लेकिन सरकार यह भूल चुकी है कि अन्नदाता जब अपने हक के लिए खेत-खलियान छोड़ सड़क पर उतरता है तो वह सत्ता को हिलाकर रख देता है।
वक्ताओं का यह भी कहना था कि यदि सरकार को लगता है कि कृषि बिल किसानों के हित में है तो सरकार व मोदी जी अभी तक किसानों के चल रहे धरने पर क्यों नहीं पहुँचे है। सरकार को चाहिए कि देश के प्रधानमंत्री स्वयं किसानों के बीच आकर बात करें।
किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक समेत अन्य पदाधिकारियों ने हाइवे से गुजरने वाले लोगों को फूल भेंट कर उन्हें धरने से जुड़ने को प्रेरित किया। धरने के 10वें दिन अन्य दिनों की अपेक्षा काफी तादाद में किसान ट्रैक्टर ट्रॉलियों में सवार होकर पहुंचे थे।
केक काटकर मनाया जयंत चौधरी का जन्मदिन
बड़ौत की बिनौली गांव की धोलान पट्टी से आये सैंकड़ों किसानों ने धरने पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया। इस दौरान इन युवा किसानों ने धरनास्थल पर ही रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी का जन्मदिन केक काटकर हर्षोल्लास के साथ मनाया।
इसके अलावा इन किसानों ने सभी धरनारत किसानों को खीर का प्रसाद भी वितरित किया। इन किसानों में पुलवीर धामा डायरेक्टर, गगन धामा, टोनी धामा, अशोक धामा, श्रीपाल प्रधान, अजित धामा, देवेंद्र धामा, उपेन्द्र धामा, विनीत धामा आदि मौजूद रहे।
भारत नौजवान सभा के कार्यकर्ता पदयात्रा कर धरने पर पहुंचे
किसानों के चल रहे आंदोलन में भारत नोजवान सभा के काफी संख्या में कार्यकर्ता पदयात्रा के रूप में धरनास्थल पहुँचे। नगर की बावली चुंगी पर एकत्रित होकर ये कार्यकर्ता सरकार विरोधी व इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते हुए पदयात्रा के रुप में किसानों के धरने में शामिल हुए। यहां कार्यकतार्ओं ने शहीद भगत सिंह के समय के चर्चित गीत “मेरा रंग दे बसंती चोला” भी गाकर धरने पर बैठे किसानों में जोश भरने का काम किया। इन कार्यकतार्ओं में सुबोध, संजीव, जितेंद्र मास्टर, वीरेंद्र सिंह मास्टर आदि शामिल रहे।
गाजीपुर बॉर्डर से धरने पर पहुंचे सिख किसान
सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे धरने में देशभर के किसान मौजूद रहे। गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में शिरकत कर रहे सिख किसान रविवार को बड़ौत में राष्ट्रीय राजमार्ग पर चल रहे धरने पर पहुँचे। इन किसानों ने यहां बैठे किसानों का हौसला बढ़ाते हुए क्षेत्र के किसानों से आह्वान किया कि वे सरकार को अपनी ताकत दिखाने के लिए यहां पर संख्या बढ़ाएं।
सरदार कुलवंत सिंह का कहना था कि अब सरकार से कृषि कानूनों में संशोधन पर कोई बात नहीं होगी। क्योंकि वह समय अब निकल चुका हैं।अब सरकार को ये काले कानून वापस लेने ही होंगे। यदि सरकार उनकी बातों को नहीं मानती तो वे भी अब आरपार के लिए तैयार है। अब वह अपना हक लेकर या शहीद होकर ही बॉर्डर से उठेंगे। कुलवंत सिंह के अलावा उनके साथ मोहर सिंह, अरविंद, मांगेराम, राजकुमार, महकपाल आदि किसान यहां मौजूद रहे।