जनवाणी संवाददाता |
चांदपुर: नगर स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह परिसर में पूर्व सांसद मुंशी रामपाल ने केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों को किसानों के साथ धोखा बताया। उन्होंने सरकार से किसानों की बगैर मर्जी के लागू किए गए तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग की।
गुरुवार की दोपहर बाद नगर स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह परिसर में रालोद नेता व पूर्व सांसद मुंशी रामपाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों की कड़े शब्दों में आलोचना की। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी नए कानून की आवश्यकता नहीं थी बल्कि आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे किसानों को गन्ने के भुगतान की जरुरत थी।
तानाशाही पर उतारु केंद्र सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का झांसा देकर नए कृषि कानून थोपने पर उतारू है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लागू किए गए कानूनों से किसान अपने खेतों में मजदूर बनकर रह जाएगा। बड़ी कंपनियों को व बड़े घरानों के दबाव में काम कर रही।
केंद्र सरकार किसानों को उनकी कृषि भूमि से अलग करने पर तुली हुई है जिसे राष्ट्रीय लोकदल किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने दिल्ली में किसान संगठनों द्वारा कृषि कानूनों की वापसी के लिए चलाए जा रहे आंदोलन की वकालत करते हुए करते आंदोलन को पार्टी के समर्थन की बात भी कही। इस मौके पर रालोद नेता यशवीर सिंह तोमर, जोगेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह व मयंक चौधरी आदि मौजूद रहे।