- मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के लिए भेजी गई है एक टीम
वरिष्ठ संवाददाता |
सहारनपुर: भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक करने का मामला सुर्खियों में है। दरअस्ल, हैकर ने हजारों की संख्या में वोटर आईडी तैयार कर ली और किसी को कानोंकान भनक तक नहीं लगी। फिलहाल, इस शातिर गैंग के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। रिमांड अर्जी मंजूर होने पर पुलिस इन सभी से पूछताछ करेगी। समझा जाता है कि इससे और कोई बड़ा रहस्य खुलकर सामने आएगा। गैंग के एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी को सहारनपुर से पुलिस की एक टीम मध्य प्रदेश भेज दी गई है।
पिछले दिनों भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट को हैक कर लिया गया था। दिलचस्प बात ये कि हजारों की तादाद में वोटर आईडी भी तैयार की गई थी। 2 दिन पूर्व इस मामले का राजफाश हुआ था। इसमें जनपद के गांव मच्छरखेड़ी निवासी विपुल सैनी का नाम प्रकाश में आया था।
पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो कई और राज खुले। दरअसल, इस पूरे मामले में कई अन्य नाम भी सामने आए। इनमें मुख्य रूप से अरमान मलिक उर्फ मोहम्मद नियाज आलम निवासी अमन विहार दिल्ली का नाम सबसे प्रमुख है। इस जालसाजी में कई और लोग शामिल पाए गए। अब तक कइयों को पुलिस ने दबोच लिया है।