- एसओजी टीम की लुटेरों से हुई मुठभेड़, तीसरा मौके से फरार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोतवाली थाना क्षेत्र नन्दराम चौक के समीप सर्राफ व्यापारी और नौकर से साढ़े तेरह लाख कैश लूट की घटना को अंजाम देने वाले शातिर लुटेरों से सिटी रेलवे स्टेशन रोड पर सर्विलांस व एसओजी टीम की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान लुटेरोें ने पुलिस टीम पर फायरिंग की।
पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक लुटेरा पैर में गोली लगने पर घायल हो गया। वहीं एक अन्य लुटेरे को भी पुलिस ने घेराबंदी करके दबोच लिया। जबकि तीसरा लुटेरा मौका पाकर फरार हो गया। पुलिस ने मौके से एक आई 20 कार व पांच लाख 85 हजार रुपया और दो तमंचे बरामद किये हैं।
कोतवाली पुलिस और सर्विलांस टीम व एसओजी की टीम को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि कुछ लुटेरे सिटी रेलवे स्टेशन रोड पर आने वाले हैं। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के निर्देशानुसार चलाये जा रहे अभियान के अंतर्गत सर्विलांस और एसओजी टीम के साथ कोतवाली पुलिस सिटी रेलवे रोड रोड पर मुस्तैदी से लग गई। पुलिस को आई 20 कार में कुछ संदिग्ध युवक आते दिखाई दिए। पुलिस ने घेराबंदी करके युवकों को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी।
पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। जिसमे एक लुटेरों गोली लगने पर घायल हो गया। पुलिस ने मौके से एक अन्य लुटेरे को धर दबोचा। जबकि इनका तीसरा साथी मौके से फरार हो गया। घायल लुटेरे का नाम राहुल वैध पुत्र जोगेन्द्र सिंह निवासी हिसार रोड जनपद अंबाला, हरियाणा है। वहीं, दूसरे लुटेरे का नाम राजा पुत्र फरमान निवासी देना की मंडी, सदर बाजार अंबाला कैंट है। इनका तीसरा साथी रोहित मौके से फरार हो गया।
सर्राफ से 13.5 लूट का पर्दाफाश
कोतवाली क्षेत्र नन्दराम चौक निवासी सर्राफ सुनील वर्मा और उनके नौकर अनुज के साथ 19 अगस्त की शाम को हुई साढ़े तेरह लाख लूट की घटना का पुलिस ने गुरुवार रात पर्दाफाश कर दिया। घटना के खुलासे के लिए कोतवाली थाना पुलिस सहित सर्विलांस व एसओजी टीम की पांच टीम को लगाया गया था। पुलिस ने गुरुवार रात मुठभेड़ के दौरान दो लुटेरे राहुल वैध निवासी अंबाला और राजा निवासी अंबाला कैंट को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि सर्राफ सुनील जैन के साथ साढ़े तेरह लाख की लूट की योजना बदमाश रोहित यादव निवासी कंकरखेड़ा ने बनाई थी। घटना करने के लिए अंबाला के राहुल वैध और कंकरखेड़ा के बंटी पारचा को शामिल किया गया था। रोहित और राहुल ने नौ अगस्त और 16 अगस्त को सर्राफ सुनील कुमार की दुकान से लेकर घर तक दो बार रेकी की थी। घटना को अंजाम रोहित, राहुल और बंटी पारचा ने दिया था। बंटी पारचा ने लूट के लिए अपनी करिज्मा बाइक का इस्तेमाल किया था।
लूट को इस तरह से दिया था अंजाम
सर्राफ सुनील कुमार व नौकर अनुज से साढ़े तेरह लाख कैश लूट की घटना के दिन सबसे पहले राहुल वैध और रोहित यादव व राजा आई20 कार एचआर-12एक्स2702 से दिल्ली से एक्सप्रेस वे के रास्ते थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र होते हुए शीशे वाले गुरुद्वारे के पास पहुंचे। वहां इन्हे बंटी पारचा करिज्मा बाइक के साथ मिला। राहल वैध व रोहित और बंटी पारचा लूट की घटना को अंजाम देने के लिए तीनों नन्दराम चौक पहुंचे।
इस दौरान राजा कार लेकर रोहटा रोड पर पहुंचा। घटना के बाद तीनों लुटेरे रोहटा रोड पहुंचे और कार से दिल्ली निकल गए। बंटी बाइक लेकर निकल आया। घटना के दौरान लूट में मिले साढ़े तेरह लाख रुपये में राजा और राहुल के हिस्से में 6 लाख रुपये आये।
राहुल वैध और बंटी पारचा अंबाला जेल में रहे थे साथ
एसपी सिटी ने बताया कि राहुल वैध और कंकरखेड़ा का बंटी पारचा वर्ष 2009 में अंबाला जेल में साथ साथ बंद थे। वहीं पर इनकी मुलाकात हुई थी। वहां दोनों डेढ़ साल तक दोनों बंद रहे। जहां बाद में दोनों दोस्त बन गए। अंबाला पेशी के दौरान हाल ही में दोनों की फिर मुलाकात हुई। रोहित व बंटी पूर्व से परिचित हैं। राजा राहुल का पड़ोसी है। इस प्रकार चारों ने लूट की योजना बनाई।
ये हैं फरार
कंकरखेड़ा निवासी बंटी पारचा, रोहित यादव निवासी कंकरखेड़ा। रोहित ओर बंटी पारचा कंकरखेड़ा के रहने वाले हैं। राजा ओर राहुल वैध अंबाला के रहने वाले हैं।
स्क्रैप व्यापारी को गोली मारने वालों से पुलिस की मुठभेड़
मेरठ: स्वतंत्रता दिवस पर मवाना रोड स्थित भगत लाइन के समीप स्क्रै प व्यापारी को गोली मारने की घटना में सिविल लाइन पुलिस की बाइक सवार बदमाशों की किला रोड पर मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। वहीं पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक बदमाश पैर में गोली लगने पर घायल हो गया।
वहीं दूसरा बदमाश मौका पाकर फरार हो गया। पुलिस की गिरफ्त में आये बदमाश ने बताया कि एक युवती से अवैध संबंध के चलते व्यापारी को गोली मारने की सुपारी दी गई थी। स्कै्र प व्यापारी के लिसाड़ी गेट में एक युवती से अवैध संबंध थे। उसके भाई ने व्यापारी की हत्या के लिए सुपारी दी थी।
गुरुवार को सिविल लाइन पुलिस जेलचुंगी पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। पुलिस को चेकिंग के दौरान बाइक पर दो युवक आते दिखाई दिए। पुलिस ने बाइक सवारों को रुकने का ईशारा किया, लेकिन वह नहीं रुके। पुलिस ने बाइक सवारों का पीछा किया तो उन्होंने किला रोड यादगारपुर के पास पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक बदमाश पैर में गोली लगने पर घायल हो गया।
जबकि उसका दूसरा साथी मौका पाकर फरार हो गया। पुलिस ने घायल बदमाश के पास से एक तमंचा कारतूस और बाइक बरामद की है। घायल बदमाश की पहचान कासिम उर्फ कीड़ा पुत्र सफीक निवासी बुनकर नगर लिसाड़ी गेट के रूप में हुई है। घायल कासिम ने बताया कि उसका दूसरा साथी नफीस पुत्र बाबू निवासी बनकर नगर लिसाड़ी गेट है। कासिम को पुलिस ने घायलावस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
जान ने दी थी सुपारी
इंस्पेक्टर सिविल लाइन समर बहादुर सिंह का कहना है कि लिसाड़ी गेट निवासी जान नाम के एक व्यक्ति की बहन से स्क्रैप व्यापारी जलालुद्दीन के अवैध संबंध थे। जान ने जलालुद्दीन की हत्या करवाने के लिए कासिम को सुपारी दी थी। कितना रुपया दिया था,यह नफीस की गिरफ्तारी के बाद पता लग पायेगा। 15 अगस्त की दोपहर मवाना रोड भगत लाइन के सामने लिसाड़ी गेट क्षेत्र जाकिर कालोनी निवासी स्कै्र प व्यापारी जलालुद्दीन पर बाइक सवार दो बदमाशों ने पीछे से आते हुए गोलियां बरसा दी थी।
जिसमें तीन गोलियां जलालुद्दीन को लगी थी। व्यापारी को गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। पुलिस को घायल के परिजनों ने खैरनगर निवासी नाजमा और सलीमुद्दीन व अमन सहित कई के खिलाफ तहरीर दी थी। जलालुद्दीन के बेटे ने बताया था कि उसके ताऊ बिलाल की हत्या लोनी में उसकी पत्नी नाजमा ने की थी। जिसमें वह अभी एक माह पहले जमानत पर बाहर आई है। उस केस की पैरवी जलालुद्दीन कर रहे थे।