Dharm News: किचन में हल्दी के बिना सभी चीजें अधूरी हैं। वहीं, हल्दी मसाले के साथ साथ पूजा पाठ में भी काम आती है। इसी के साथ यह कई औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। इसी कारण से हल्दी को कई बीमारियों से बचाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। वहीं हिंदू धर्म में लोग इसको तिलक के रूप में भी लगाते हैं। जीं हां इसका तिलक लोग माथे पर लगाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं माथे के साथ हल्दी कहां लगाई जाती है। अगर नहीं पता तो हम आपको बताएंगे कि इसको माथे के साथ साथ गले पर भी लगाया जाता है। तो चलिए जानते हैं हल्दी को गले में लगाने के फायदे..
1. माना जाता है कि हल्दी में सकारात्मक ऊर्जा स्रोत होता है। गले पर हल्दी का तिलक लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मन शांत रहता है। साथ ही भगवान विष्णु का नाम लेकर हल्दी का तिलक लगाने से पाप मिटते हैं।
2. प्रतिदिन गले पर हल्दी का तिलक लगाने से आत्मविश्वास बढ़ता है। यह आपको अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।
3. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गले पर हल्दी का तिलक लगाने से ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव कम होता है। यह स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त करने में मदद करता है।
4. हल्दी का तिलक माथे पर और गले पर लगाने से आपका आभा मंडल आलोकित होता है। इतना ही नहीं, मुख मंडल पर तेज बढ़ता है और चेहरा कांतिवान होता है।
5. श्रीहरि के नाम लेकर माथे पर या गले पर हल्दी का तिलक लगाने से आपके दोष दूर होते हैं। साथ ही भगवान विष्णु के आशीर्वाद से आपके बिगड़े कार्य बनने लगते हैं।
कैसे लगाई जाता है हल्दी का तिलक?
सबसे पहले, हल्दी और पानी का गाढ़ा पेस्ट बना लें। अपनी उंगली या तिलक लगाने वाली कलम से गले के बीच में एक छोटा सा तिलक लगाएं। तिलक को सूखने दें। आप रोजाना सुबह स्नान करने के बाद गले पर हल्दी का तिलक लगा सकते हैं।
वैसे तो रोज हल्दी का तिलक लगाना शुभ माना जाता है मगर गुरुवार के दिन सुबह में नित्य कर्मों से मुक्त होकर माथे पर तिलक लगाना अत्यंत फलदायी माना जाता है। माथे के साथ गले पर हल्दी का तिलक लगाने से न केवल आध्यात्मिक बल्कि स्वास्थ्य और सौंदर्य संबंधी भी कई लाभ मिलते हैं।