- एसडीएम-एसीएमओ की जांच में खानापूर्ति पर उठे सवाल
जनवाणी संवाददाता |
कैराना: उपजिलाधिकारी और अपर मुख्य चिकित्साधिकारी नगर में अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापेमारी की। इस दौरान अभिलेखों की जांच करते हुए जानकारी जुटाई गई। छापेमारी के चलते सेंटर संचालकों में हड़कंप मचा रहा। वहीं, तीन अल्ट्रासाउंड सेंटरों से किनारा किए जाने से छापेमारी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
मंगलवार को एसडीएम शिवप्रकाश यादव व एसीएमओ अश्वनी शर्मा चौक बाजार के निकट स्थित डा. जमशेद क्लीनिक पर पहुंचे, जहां उन्होंने अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालन के बारे में जानकारी हासिल की। अल्ट्रासाउंड करने वाले की योग्यता और सेंटर का रिनीवल हुआ या नहीं, तमाम अभिलेखों की जांच करने के पश्चात टीम ब्लॉक कार्यालय के सामने शकुंतला देवी हॉस्पिटल में पहुंची। यहां भी अल्ट्रासाउंड सेंटर के बारे में आवश्यक जानकारी एकत्र की गई। अधिकारियों ने प्रशिक्षित रेडियोलॉजिस्ट से ही अल्ट्रासाउंड कराए जाने की हिदायत दी। वहीं, छापेमारी के चलते अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालकों में हड़कंप मचा रहा। एसडीएम का कहना है कि दोनों जगहों पर अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की गई है।
तीन अल्ट्रासाउंड सेंटरों से किया किनारा
कैराना: मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग की अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच पर सवाल उठ रहे हैं। मंगलवार को एसीएमओ और मजिस्ट्रेट ने नगर में केवल दो ही अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच की। जबकि नगर में केनरा बैंक के निकट, आईसीआईसीआई बैंक के निकट और जामा मस्जिद के निकट भी अल्ट्रासाउंड सेंटरों का संचालन किया जाता है, लेकिन इन्हें टीम ने नजरअंदाज कर दिया है। सूत्र बताते हैं कि उपरोक्त अल्ट्रासाउंड सेंटरों में बगैर रेडियोलॉजिस्ट ही सारा काम चल रहा है और चंद मिनटों में ही अल्ट्रसाउंड रिपोर्ट हाथों में थमा दी जाती है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की जांच चल रही है या फिर जांच के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है, इसे लेकर तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।